नई दिल्ली। वो भी समय था जब 70 और 80 के दशक में क्रिकेट जगत में विंडीज टीम के गेंदबाजों का बोलबाला रहता था। इसका कारण था उनकी फिटनेस। छह फुट के विंडीज गेंदबाज इतने ताकतवर हुआ करते थे कि उनकी तेज रफ्तार भरी गेंदों का सामना करना बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं रहता था। हालांकि 90 के दशक के बाद टीम पिछड़ने लगी। लेकिन अब विंडीज के गेंदबाजी कोच राॅडी एस्टविक का कहना है कि अब इस समय उनकी टीम का तेज आक्रमण काफी बेहतर है और यह 80 और 90 के दशक के मशहूर कैरेबियाई तेज गेंदबाजों की तरह खतरनाक साबित हो सकता है।
विंडीज के कोच का यह बयान इंग्लैंड दाैरा शुरू होने से पहले आया है। दोनों देशों के बीच जुलाई से तीन टेस्ट मैचों की सीरीज होगी। एस्टविक ने डेली मेल से कहा, "हमारी गेंदबाजी हमारे लिए अहम होंगे और हम कैरेबियाई में फिर से तेज गेंदबाजों के साथ इसकी शुरुआत करेंगे। मुझे लगता है कि उस शानदार दिनों के बाद से यह सबसे अच्छा समूह है। हमें कई तेज गेंदबाज मिले हैं जो दुनिया की किसी भी टीम को चुनौती दे सकते हैं और।"
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इंग्लैंड दौरे पर होने वाली सीरीज के लिए जेसन होल्डर, केमार रोच, अल्जारी जोसेफ, चेमार होल्डर और ओशाने थॉमस जैसे तेज गेंदबाजों को टीम में शामिल किया गया है। एस्टविक ने कहा, "आपको उन शानदार गेंदबाजों को सम्मान देना होगा, लेकिन मौजूदा तेज गेंदबाजों को अपनी पहचान खुद बनानी होगी। जब मैं 80 के दशक में खेलता था तो उस समय हमारे पास बेहतरीन तेज बाॅलर थे।" उन्होंने कहा कि टीम ने फिटनेस पर काफी मेहनत की है जो 70 और 80 के दशक के वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों की सफलता का राज था। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा तेज गेंदबाजों को अपनी पहचान खुद बनानी होगी। उन्होंने कहा, "हमें अच्छे तेज गेंदबाज मिल रहे हैं । हमने फिटनेस पर काफी मेहनत की है जो बहुत जरूरी है। 80 के दशक के हमारे तेज गेंदबाज काफी फिट थे।"