प्राइम फॉर्म में रहे गिल को नहीं मिला मौका
न्यूजीलैंड में अंडर-19 वर्ल्ड कप के मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे शुबमन गिल ने पिछले एक साल में अपना शानदार फॉर्म बरकरार रखा है। विंडीज-A के खिलाफ भी 5 मैचों में 218 रन बनाने वाले गिल को टीम इंडिया में जगह नहीं मिल सकी। टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता ने विंडीज-A के खिलाफ फॉर्म के आधार पर मनीष पांडे, दीपक चहर, राहुल चहर, नवदीप सैनी और श्रेयस अय्यर को टीम में जगह देने की बात कही है लेकिन जब उनसे गिल को टीम में जगह न दिए जाने पर सवाल किया गया तो वो खुद को डिफेंड करते दिखे और इस सवाल का बड़ी ही चालाकी से जवाब दिया।
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घबराए दिखे मुख्य चयनकर्ता
टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता एम.एस.के प्रसाद जब किसी खिलाड़ी को टीम में न चुने जाने को डिफेंड करते हैं तो उनकी एक कमजोरी क्रिकेट की थोड़ी-बहुत जानकारी रखने वाला भी उनके चेहरे पर देख सकता है। आखिर मयंक अग्रवाल को वर्ल्ड कप की टीम में जगह मिली और बिना डेब्यू किए ही उन्हें विंडीज सीरीज में क्यों ड्रॉप किया गया। इस सवाल पर भी वो थोड़ी देर के लिए घबरा गए और फिर उनके शामिल किए जाने को टीम मैनेजमेंट की डिमांड बताया। शुबमन को शामिल नहीं किए जाने पर उन्होंने कहा "न्यूजीलैंड दौरे पर जब लोकेश राहुल को निलंबित किया था तब गिल को मौका मिला था अब लोकेश टीम में वापस आ गए हैं इसलिए शुबमन को अपनी बारी का इंतजार करना होगा।"
रहाणे के नाम पर भी हुई चर्चा
टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने भारतीय टीम को विश्व कप में मिली हार के पीछे नंबर-4 को बड़ी वजह बताया था। शिखर धवन की चोट से वापसी के बाद वो फिर से ओपनिंग करते नजर आएंगे वहीं टीम इंडिया लोकेश राहुल को उनके नैचुरल बैटिंग पोजीशन (नंबर-4)
पर बल्लेबाजी के लिए भेज सकती है। मुख्य चयनकर्ता ने अजिंक्य रहाणे के ODI टीम में शामिल किए जाने की संभावना पर कहा "उनके नाम पर भी चर्चा हुई लेकिन इंडिया-A में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को तरजीह दी गई है।" आपको बता दें भारतीय टीम ने पिछले 4 सालों में लगभग 13 खिलाड़ियों को नंबर-4 पर मौका दिया लेकिन कोई भी इस जगह पर सफल नहीं हुआ। अब ODI टीम में लंबे अंतराल बाद मनीष पांडे की वापसी हुई है वहीं श्रेयस भी यह मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहेंगे।
तय है बांगर की छुट्टी
नंबर-4 को लेकर अभी भी टीम इंडिया में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। प्रसाद ने कहा "लगातार इस नंबर पर हम संघर्ष करते दिखे, टीम मैनेजमेंट ने सभी खिलाड़ियों को बैक किया है लेकिन सेमीफाइनल का दिन हमारे लिए खराब था। सपोर्ट स्टाफ और नंबर-4 पर निर्णय लेने की प्रक्रिया का हम अध्ययन करेंगे और भविष्य में बेहतर फैसले लिए जाएंगे। बैटिंग कोच को भी नंबर-4 की विफलता के लिए जवाब देना होगा क्योंकि हमेशा टीम मैनेजमेंट ने यह मांग रखी थी कि उन्हें इस नंबर पर टीम में कौन सा खिलाड़ी चाहिए।" हेड कोच सभी सपोर्ट स्टाफ को 45 दिनों का एक्सटेंशन मिल चुका है लेकिन प्रसाद के बयान से यह साफ जाहिर है कि संजय बांगर की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है।
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