नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम आज विश्व कप 2019 का सेमीफाइनल मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ मैनचेसटर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर उतरी। करोड़ो भारवासियों को उम्मीद है कि भारत यहां जीतकर फाइनल का टिकट कटवाएगा लेकिन टीम के लिए मुश्किलें उसी दाैरान बढ़ गईं जब मैदान पर विराट कोहली-केन विलियमसन टाॅस के लिए उतरे। न्यूजीलैंड ने टाॅस जीतते हुए पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। इसी के साथ ऐसा महसूस होने लगा कि क्या भारतीय टीम टाॅस हारते ही आधा मैच भी हार गई। यह सुनने में आपको थोड़ा अजीब लग रहा होगा लेकिन जो आंकड़े कहानी बयां करते हैं वो यही कहते हैं कि न्यूजीलैंड ने टाॅस जीतकर कहीं न कहीं बाजी मार ली है।
टाॅस जीतने वाली टीम पड़ रही है भारी
क्रिकेट में एक कहावत है, जो जीता टाॅस वही होगा बाॅस। वो इसलिए क्योंकि पिच की कंडिशन देखते हुए कोई कप्तान पहले बैटिंग या बाॅलिंग करने का फैसला लेता है। वहीं इस विश्व कप की जो कहानी है वो अभी तक यही दर्शाती है कि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ज्यादातर मैच जीतती है। दरअसल, इस 45 लीग मैच इस बार खेले गए हैं। अगर हम 45 मैचों के शुरूआती 21 मैचों के परिणाम देखें तो पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम 11 तो टारगेट चेस करने वाली 10 मैच जीती है।
वहीं अगर हम आखिरी 20 मैचों के परिणामों पर नजर डालें तो मैच उसी की झोली में ज्यादातक गया जिसने पहले बल्लेबाजी की। इन 20 मैचों में 11 मैच टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने जीते हैं जबकि सिर्फ 4 टीमें ही लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत सकी हैं। इस अवधि के दौरान पाकिस्तान की न्यूजीलैंड के खिलाफ छह विकेट की जीत, श्रीलंका के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की नौ विकेट से जीत, अफगानिस्तान के खिलाफ पाकिस्तान की तीन विकेट से जीत और श्रीलंका के खिलाफ 7 विकेट से भारत की जीत रही।