ओपनर्स-
शैफाली वर्मा, स्मृति मंधाना
शैफाली वर्मा टूर्नामेंट में अब तक केवल सनसनीखेज रही हैं। युवा खिलाड़ी ने 4 मैचों में 40.25 के औसत और 161 के उच्च स्ट्राइक से 161 ही रन बनाए हैं। फाइनल में वह भारत के लिए महत्वपूर्ण होंगी। वर्मा को अपनी सीनियर बैटिंग पार्टनर स्मृति मंदाना से ज्यादा सपोर्ट की जरूरत होगी, जिन्होंने 3 मैचों में सिर्फ 38 रन बनाए हैं और अब वे बड़े मौके पर प्रदर्शन की इच्छुक होंगी।
मीडिल ऑर्डर-
भारतीय मध्यक्रम ने टूर्नामेंट में वास्तव में खास नहीं किया है। जेमिमाह रॉड्रिक्स ने कुछ मैचों में शुरुआत की है, लेकिन 4 मैचों में 75 रनों के साथ कोई भी पर्याप्त रन नहीं बना पाई है। वेद कृष्णमूर्ति के पास भी अब तक कई अवसर नहीं हैं, लेकिन एक फिनिशर के रूप में काम करने की कोशिश की है। हालांकि, सबसे बड़ी निराशा कप्तान हरमनप्रीत कौर के रूप में हुई है। कौर ने 4 पारियों में 6.5 की खराब औसत से 26 रन ही बनाए है और वह एक मजबूत ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ अपनी खराब फार्म को साइड में रखकर योगदान करना चाहेंगी।
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विकेट कीपर और ऑलराउंडर
तानिया भाटिया, दीप्ति शर्मा
स्टंप्स के पीछे भारतीय विकेटकीपर तान्या भाटिया असाधारण हैं। वह कुछ अवसरों पर शीर्ष पर बैटिंग करते हुए देखी गई हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि वह फाइनल में कहां बल्लेबाजी करती है। दीप्ति शर्मा टूर्नामेंट में भारत के लिए प्रभावशाली रही हैं। जबकि उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण मौकों पर निचले क्रम पर भी बल्लेबाजी की है, दीप्ति गेंद से भी बहुत चुस्त हैं।
बॉलिंग-
शिखा पांडे, राधा पांडे, राजेश्वरी गायकवाड़, पूनम यादव
गेंदबाजी में अनुभवी शिखा पांडे अकेली सीमर होंगी। 30 वर्षीय शिखा ने अच्छे नियंत्रण के साथ गेंदबाजी की।
पूनम यादव, राजेश्वरी गायकवाड़ और राधा यादव भारत के लिए स्पिन करेंगे। पूनम, विशेष रूप से भारत के लिए अहम होंगी क्योंकि वह चार मैचों में 9 विकेट के साथ टूर्नामेंट में सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं।
संभावित प्लेइंग इलेवन-
भारत की प्लेइंग इलेवन इस प्रकार है-
स्मृति मंदाना, शैफाली वर्मा, जेमिमाह रोड्रिग्स, हरमनप्रीत कौर (C), वेदा कृष्णमूर्ति, दीप्ति शर्मा, तान्या भाटिया (WK), शिखा पांडे, राधा यादव, राजेश्वरी गायकवाड़, पूनम यादव।