क्या इंग्लैंड है 'असली चोकर्स'
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया ने विश्व कप 2019 के 32वें लीग मुकाबले में लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड को 64 रनों की करारी हार दी जिसके चलते ऑस्ट्रेलिया विश्व कप में जगह बनाने वाली पहली टीम भी बन गई है। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में इंग्लैंड को जीत के लिए 285 रनों का लक्ष्य दिया था लेकिन इंग्लैंड केवल 44.4 ओवरों में 221 रन बनाकर आल-आउट हो गई। इस मैच में जेसन बेहरनडार्फ और स्टार्क की बाए हाथ की तेज गेंदबाजी जोड़ी ने ताकतवर इंग्लिश बल्लेबाजी की कमर तोड़कर रख दी। इस हार के बाद कई लोगों द्वारा इंग्लैंड को विश्व कप का असली चोकर्स कहा जा रहा है।
विश्व कप में पस्त हुए 'दिग्गजों' के हौसले
इस बात की तस्दीक इंग्लैंड का अब तक विश्व कप में प्रदर्शन तो कर ही रहा है बल्कि आंकड़े भी अपनी गवाही प्रस्तुत कर रहे हैं। इंग्लैंड बड़े टूर्नामेंट में किस तरह से हथियार डालता है उसको आप ऐसे समझ सकते हैं कि इस विश्व कप के शुरू होने से पहले जनवरी 2016 तक इंग्लैंड ने रनों का पीछा करते हुए 20 मैच खेले थे। मजेदार बात यह है कि इनमें से एक भी मैच में इंग्लैंड को हार नहीं मिली। वे 17 मैच जीत गए थे जबकि 1 मुकाबला टाई रहा और दो का नतीजा नहीं निकल सका। आएइ अब विश्व कप 2019 के आंकड़ों को खंगालते हैं। इस विश्व कप में इंग्लिश टीम ने रनों का पीछा करते हुए 4 मुकाबले खेले हैं और केवल 1 में जीत दर्ज की है जबकि 3 में उसको हार मिली है।
ऑस्ट्रेलिया का सबसे मजबूत पक्ष
वहीं ऑस्ट्रेलिया की टीम इस विश्व कप में पूरे शबाब पर नजर आ रही है। इंग्लैंड की कट्टर प्रतिद्वंदी ऑस्ट्रेलिया ने अब तक 7 मुकाबले विश्व कप 2019 के संस्करण में खेल लिए हैं इनमें से 6 दफा ऐसे मौके आए हैं जब कंगारूओं ने शुरुआती 10 ओवरों में कोई विकेट ही नहीं गंवाया। केवल वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 10 ओवरों में 4 विकेट खोकर 48 रन बनाए थे लेकिन वह मैच भी कैरेबियाई टीम जीत नहीं सकी थी। इसके अलावा बाकी सभी सभी मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती 10 ओवरों में कोई विकेट नहीं खोया है। यह बात ये भी बताती है कि फिंच और वार्नर की जोड़ी विश्व कप में अपना रंग जमा चुकी है और पांच बार के विश्व चैंपियन कंगारूओं को रोकना इस बार किसी भी टीम के लिए कड़ी चुनौती होगी।
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