रूट का चौतरफा खेल-
रूट ने इस मैच में 94 गेंदों पर 100 रनों की नाबाद पारी खेली। उनको बेहतरीन प्रदर्शन के कारण मैन ऑफ द मैच का अवार्ड भी दिया गया। लेकिन यह रूट के असली कारनामें की बस आधी छोटी से झलक है। असल में रूट ODI क्रिकेट में ऐसे केवल दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने एक ही मैच में शतक जड़ने के साथ दो विकेट लिए हों और दो ही कैच लिए हों। इससे पहले यह उपलब्धि केवल श्रीलंका के अरविंद डिसिल्वा के नाम थी जिन्होंने 1996 में श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 107 रन बनाए थे, गेंदबाजी में भी 3 विकेट लिए थे और साथ ही फील्डिंग करते हुए 2 कैच भी पकड़े थे। आपको बता दें कि रूट ने इस मैच में 5 ओवर में 27 रन देकर हेटमायर और होल्डर जैसे बल्लेबाजों को आउट किया। मजेदार बात यह है कि उन्होंने इन दोनों को अपनी ही गेंद पर कैच किया। इस तरह से एक ही तीर से उन्होंने दो निशाने साध लिए।
रूट के नाम हुई दुर्लभ उपलब्धि-
वहीं, अगर विश्व कप मुकाबले की बात करें तो रूट ऐसे केवल दूसरे इंग्लिश खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने एक ही मैच में शतक जड़ने के साथ 2 विकेट भी लिए हो। इससे पहले मोइन अली स्कॉटलैंड के खिलाफ 2015 विश्व कप में ऐसा कर चुके हैं। तब मोइन ने 128 रन बनाने के अलावा गेंदबाजी में भी 2 विकेट चटकाए थे। अगर आप सोच रहे हैं कि रूट की उपलब्धि यहीं पर खत्म हो जाती है तो आपको बता दें उनके नाम इस मैच में एक और बहुत बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है।
किंग कोहली नहीं, राजा रूट बोलिए-
दरअसल इस शतक के साथ ही विश्व कप खेल रहे सभी बल्लेबाजों में रूट एकमात्र ऐसे बल्लेबाज बनकर उभरे हैं जिसने विश्व कप में सबसे कम पारियां खेलते हुए सबसे ज्यादा शतक अपने नाम किए हैं। रूट ने केवल 9 विश्व कप पारियों में अपने नाम 3 शतक कर लिए हैं। उनके बाद शिखर धवन का नाम आता है जिन्होंने 10 पारियों में 3 शतक जमाए हैं। तीसरे नंबर पर रोहित शर्मा हैं जिन्होंने 10 ही पारियां खेली हैं और 2 शतक अपने नाम किए हैं। वहीं हरदिल अजीज कप्तान कोहली इस फेहरिस्त में रूट के सामने कहीं नहीं टिकते हैं। कोहली के नाम 19 विश्व कप पारियों में केवल 2 ही शतक दर्ज है। इस लिस्ट में यूनिवर्सल बॉस गेल सबसे नीचे हैं जिन्होंने सर्वाधिक 29 विश्व कप पारियां खेली हैं और केवल 2 ही शतक लगाए हैं।
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