नई दिल्ली। विश्व कप अब कुछ ही सप्ताह बाद की बात हो चुकी है। भारत को ऑस्ट्रेलिया के साथ टी-20 और वनडे मैचों की संक्षिप्त सीरीज खेलने के बाद लंबे आईपीएल में भाग लेना है। आईपीएल ना तो कोई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है और ना ही आईसीसी ने ऐसा कोई नियम बना रखा है कि विश्व कप से पहले आईपीएल खेलना ही है। ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों के पास खुद को विश्व कप के लिए एकदम तरोताजा और फिट होने के लिए एक रास्ता यह भी है कि वे इस आईपीएल को छोड़ दें!
लेकिन हम सभी जानते हैं कि ऐसा कुछ नहीं होने वाला है और भारत के मुख्य खिलाड़ी भी इसमें शिरकत करते हुए दिखाई देंगे। ऐसे में राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने फैंस की कुछ वाजिब चिंताओं के बारे में अपने जवाब दिए हैं। चयन समिति के मुखिया एम. एस. के. प्रसाद का कहना है कि विश्व कप से पहले आईपीएल खेलना फायदे का सौदा साबित होगा। प्रसाद ने कहा, 'सबसे पहले तो हमारे लिए खिलाड़ियों की फिटनेस और उनका तरोताजा होना जरूरी है। हालांकि आईपीएल में खेलने से खिलाड़ियों को खेल में बनाए रखने में मदद करेगा।'
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प्रसाद का मानना है कि आईपीएल में खिलाड़ियों को अनेकों तरह की चुनौतियां देखने को मिलेगी जिससे उनको खुद को मैच में तैयार रखने में मदद मिलेगी जो अततः विश्व कप के लिए काफी अहम साबित होगी। प्रसाद से पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान धोनी ने आईपीएल को लेकर कुछ महीने पहले बयान दिया था। धोनी ने कहा था कि आईपीएल गेंदबाजों को अपनी लय में बनाए रखने के लिए बेहतरीन टूर्नामेंट है। हालांकि बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी कह चुके हैं कि विश्व कप, आईपीएल और खिलाड़ियों की फिटनेस के बीच संतुलन बैठाया जाएगा और इसके लिए फ्रेंजाइजी से भी बात की जाएगी।