नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग का 12वां सीजन सफलतापूर्वक अपनी संध्या पर आ चुका है और कुछ ही दिनों बाद फ्लेऑफ मुकाबलों का दौर शुरू हो जाएगा। इसके बाद 12 मई को इस टी-20 लीग का फाइनल होगा और फिर टीम इंडिया युद्ध स्तर पर विश्व कप की तैयारियों में जुट जाएगी।
भारत ने जो विश्व कप टीम का ऐलान किया उसमें तीन मुख्य तेज गेंदबाज शामिल किए गए हैं। ये हैं भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह। ये सभी रफ्तारों के साथ-साथ स्विंग पर भी महारत रखते हैं। इसके अलावा टीम की मदद के लिए नवदीप सैनी, आवेश खान, दीपक चाहर जैसे तेज गेंदबाज भी इंग्लैंड में जाएंगे। इन गेंदबाजों का काम टीम को नेट पर सपोर्ट करना होगा। इन युवा गेंदबाजों में सैनी और चाहर से भविष्य में भारत को काफी उम्मीदें हैं।
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सैनी के पास जहां जरूरत पड़ने पर 150 किमीं प्रति घंटा की गति है तो चाहर शानदार स्विंग कर सकते हैं। किसी भी तेज गेंदबाज के पास स्विंग और गति का मिश्रण बेहद दुलर्भ माना जाता है और वही उसको काफी घातक भी बनाता है। आधुनिक क्रिकेट में डेल स्टेन को मिली अभूतपूर्व सफलता इस बात की गवाह भी है। ऐसे में टीम इंडिया को नेट पर इन गेंदबाजों से खासी मदद मिलने वाली है।
सैनी से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा, 'मुझे विश्व कप में नेट गेंदबाज के तौर पर काफी बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। मैं इस दौरान जितनी तेजी से हो सके, भारतीय खिलाड़ियों को गेंद करने करूंगा ताकि उनको विश्व कप में मदद मिल सके। '
जबकि दीपक चाहर का कहना है, 'भारतीय चयनकर्ताओं ने मुझे बड़ी जिम्मेदारी दी है। मुझे लगता है उन्होंने मुझे स्विंग के लिए चुना है। मैं भारतीय बल्लेबाजों को अपनी स्विंग गेंदे फेंकने के लिए तैयार हूं ताकि वे विश्व कप के तैयार हो सकें।' आपको बता दें कि सैनी आरसीबी और चाहर चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलते हैं।