कब तक बदली जा सकती है टीम
विश्व कप 2019 के लिए भारतीय टीम के चुने जाने के बाद इस बात पर खूब बहस हुई कि आखिर पंत को कार्तिक की जगह टीम में क्यों शामिल नहीं किया गया। भारतीय टीम में महेंद्र सिंह धोनी बतौर विकेटकीपर टीम की पहली प्राथमिकता हैं। वहीं चयनकर्ताओं ने धुंआधार पारी के लिए मशहूर ऋषभ पंत की जगह दिनेश कार्तिक को टीम में शामिल करने का फैसला किया। यह फैसला चयनकर्ता और विराट कोहली की संयुक्त सहमति के बाद लिया गया था। विश्व कप के लिए 23 मई तक कोई भी टीम अंतिम-15 में बदलाव कर सकती है वहीं 30 मई तक बदलाव करने के लिए ICC से लिखित अनुमति लेकर कोई भी फेरबदल किया जा सकता है। अब कप्तान कोहली ने बताया वो फैक्टर जिसकी वजह से पंत को मौका ने देकर कार्तिक को टीम में जगह दी गई। पढ़िए उन्होंने इस हॉट टॉपिक पर क्या-क्या कहा है।
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विराट ने बताया कार्तिक को क्यों मिली जगह
एक अंग्रेजी वेबसाइट को दिए सक्षात्कार में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने बताया कि "प्रेशर सिचुएशन में कार्तिक ने बड़े मैचों में कंपोजर दिखाया है। बोर्ड (BCCI) की मीटिंग के दौरान सभी लोग इस बात पर सहमत थे। कार्तिक के पास अनुभव है, भगवान न करे ऐसा हो लेकिन मान लें अगर धोनी को कुछ हो (चोटिल) जाता है तो कार्तिक विकेट के पीछे एक बेशकीमती खिलाड़ी साबित होंगे और बतौर फिनिशर भी उन्होंने बड़े मैच में अच्छा प्रदर्शन किया है। वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में आप हमेशा ओवरऑल एक्सपोजर को ध्यान में रखते हैं और कार्तिक के चयन में इस फैक्टर ने सबसे बड़ी भूमिका निभाई है।"
BCCI की थिंक टैंक में फिट बैठे कार्तिक
दिनेश कार्तिक ने साल 2004 में अपना ODI डेब्यू किया था। 15 साल से क्रिकेट खेल रहे कार्तिक ने महज 91 ODI मुकाबले ही खेले हैं वहीं ऋषभ पंत ने पिछले साल अक्टूबर-2018 में डेब्यू किया और विश्व कप से पहले उनके पास महज सिर्फ 5 ODI खेलने का अनुभव था। दिनेश कार्तिक ने टीम इंडिया के लिए 26 टेस्ट मैच भी खेले हैं और वो कहीं भी बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं। लिमिटेड ओवर क्रिकेट में यह उनकी ऐसी खूबी है जिसकी वजह से भी कार्तिक टीम इंडिया की थिंक टैंक में बिल्कुल फिट बैठते हैं। टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने भी टीम के चयन पर कहा कि "हम इस बात की कल्पना कर सकते हैं कि कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को जगह नहीं मिल पाई है, उनके लिए मन में कहीं न कहीं तकलीफ है लेकिन उनको मेरा एक संदेश है कि आप मेहनत करें अगर कहीं जरूरत होगी तो आपको मौका दिया जाएगा। प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की लंबी सूची से 15 खिलाड़ियों को चुनना एक कठिन काम है।"
टीम इंडिया की सफलता का कॉमन फैक्टर
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने बताया कि "जिस कॉमन फैक्टर की वजह से टीम इंडिया इतनी शानदार टीम बनी है वह है विश्वास। उन्होंने कहा टीम के सभी खिलाड़ियों में इस बात का भरोसा है कि वो बेस्ट बन सकते हैं। किसी भी चीज के लिए कोई निर्धारित नियम नहीं हैं जैसे भारतीय स्पिनर को ही दुनिया में बेस्ट होना है या फिर किसी बल्लेबाज को ही बेस्ट होना है। फॉर्मूला बहुत सिंपल है कि अगर आप विश्वास करते हैं तो आप उसे पा भी सकते हैं।" टीम इंडिया सॉउथैम्पटन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5 जून को विश्व कप का पहला मुकाबला खेलेगी।
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