नई दिल्ली: आईसीसी ने मंगलवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए बाउंड्री काउंट नियम को हटा दिया जिसके बाद सबको विश्व कप 2019 का फाइनल मुकाबला याद आ गया। वनडे क्रिकेट के सबसे बेहतरीन मुकाबलों में शुमार किए जाने वाला यह मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच धड़कने थाम देने वाली टक्कर और विवादापस्द बाउंड्री काउंट नियम के चलते जाना जाता है। इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने न्यूजीलैंड के दिए 242 रनों के टारगेट को किसी तरह से टाई करने में सफलता पाई थी जिसके बाद मैच सुपर ओवर में चला गया और फिर सुपर ओवर भी टाई हो गया। ऐसे में मैच का नतीजा बाउंड्री काउंट नियम के तहत निकाला गया था।
यह नियम कहता है कि ऐसी परिस्थितियों में मैच टाई होने के बाद जिस टीम ने सबसे ज्यादा बाउंड्री लगाई है उसके विजेता घोषित कर दिया जाएगा। विश्व कप 2019 के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड की टीम ने 22 बाउंड्री लगाई थी जबकि न्यूजीलैंड 17 ही लगा पाई थी जिसके चलते इंग्लैंड के सिर पर विश्व विजेता होने का ताज सजाया गया।
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अब जब यह नियम आईसीसी ने वापस ले लिया है तो इसका असर विश्व कप के फाइनल मैच के परिणाम पर नहीं पड़ने जा रहा है। न्यूजीलैंड की टीम के खिलाड़ी जिमी नीशम उस यादगार फाइनल मैच में खेले थे और नीशम उन चुनिंदा कीवी खिलाड़ियों में शुमार हैं जो सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने में पीछे नहीं हटते हैं। ऐसे में जब आईसीसी ने इस नियम को हटाया तो नीशम का फाइनल मुकाबले का दर्द एक बार फिर से छलक गया।
नीशम ने इस बार आईसीसी पर तंज कसते हुए क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था के सोचने के तरीके पर कटाक्ष किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है, 'अब अगला एजेंडा (आईसीसी का) होगा: टाइटैनिक पर बेहतर दूरबीन का इस्तेमाल किया जाए ताकि बर्फ की चट्टान पहले ही देखी जा सके।'
नीशम का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। उल्लेखनीय है कि टाइटैनिक एक समुद्री जहाज था जो अपनी पहली यात्रा के दौरान ही बर्फीली चट्टान से टकराटकर टूट गया था और समुद्र में समा किया था।