इंग्लैंड के लिये जल्द रवाना होगी भारतीय टीम
पिछले 2 सालों के दौरान दुनिया भर की 10 टीमों के बीच खेली गई कई टेस्ट सीरीज में अपना दबदबा साबित कर भारत और न्यूजीलैंड की टीमें इस चैम्पियनशिप के आखिरी पड़ाव पर पहुंची हैं और साउथैम्पटन के मैदान पर होने वाले फाइनल मैच के विजेता के साथ आईसीसी अपने पहले चैम्पियन को हासिल कर लेगी। हालांकि आईपीएल के चलते भारतीय खिलाड़ियों को इस फाइनल मैच के लिये तैयारियों का वो समय नहीं मिल पा रहा था जिसकी उसे दरकार थी।
बीसीसीआई अधिकारियों की ओर से मिली ताजा जानकारी के अनुसार आईपीएल बीच में ही रुकने के बाद भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के लिये समय से पहले रवाना हो सकती है। वहीं पहले भारतीय टीम 2-4 जून के बीच इंग्लैंड रवाना होने वाली थी, जहां पर उसे 14 दिन का जरूरी क्वारंटीन बिताना था। ऐसे में भारतीय टीम मैदान पर अभ्यास तो कर सकती थी लेकिन उसके लिये प्रैक्टिस मैच खेलना और परिस्थितियों से पूरी तरह से रूबरू हो पाना मुमकिन नहीं था।
अब बेहतर तैयारी के साथ उतरेगी भारतीय टीम
वहीं पर न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के बाद विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेलने वाली थी, ऐसे में उसके पास भारत के खिलाफ बेहतर तैयारी के साथ उतरना तय था। दोनों टीमों के बीच खेली जानी वाली यह सीरीज 2 जून से शुरू होने वाली है। वहीं पर अब भारतीय टीम 15 मई तक ही इंग्लैंड के लिये रवाना हो सकती है और 14 दिन का क्वारंटीन बिताने के बाद न सिर्फ अभ्यास बल्कि प्रैक्टिस मैच भी खेल सकती है। इस दौरान भारतीय टीम के पास अपने बेस्ट प्लेइंग 11 का चयन करने के लिये ज्यादा समय होगा और वो अब कीवी टीम के साथ बेहतर तैयारी के साथ उतर सकेगी।
इनसाइड स्पोर्ट में छपी रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई ने चयन समिति को अगले हफ्ते तक विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल और उसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिये टीम का चयन करने के लिये कहा है। इस दौरान बीसीसीआई 22-25 सदस्यों की टीम भेजना चाहता है।
विराट कोहली के पास 8 साल का सूखा मिटाने का मौका
गौरतलब है कि भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में साल 2013 में जीती चैम्पियन्स ट्रॉफी के रूप में अपना आखिरी आईसीसी खिताब जीता था, जिसके बाद टीम आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल और सेमीफाइनल मुकाबलों तक कई बार पहुंची है लेकिन एक बार भी खिताब नहीं जीत सकी है। आईसीसी की ओर से टेस्ट चैम्पियनशिप के लिये शुरू किया गया यह पहला ही खिताब है, जिसे अगर भारतीय टीम जीतने में कामयाब हो जाती है तो न सिर्फ वो 8 साल से चले आ रहे सूखे को खत्म करेगी बल्कि आईसीसी की सभी ट्रॉफी जीतने वाली दुनिया की पहली टीम भी बन जायेगी।