नई दिल्ली। विश्व कप वनडे क्रिकेट के साथ पूरे क्रिकेट का भी सबसे बड़ा टूर्नामेंट है। यह इस समय अपने पूरे रोमांच के साथ इंग्लैंड में खेला जा रहा है। अब विश्व कप की तर्ज पर ही टेस्ट मैचों का सूरतेहाल बदलने की तैयारी चल रही है। इसके लिए आईसीसी पहले ही विश्व कप टेस्ट चैंपियनशिप करवाने की घोषणा कर चुका है। इस चैंपियनशिप के तहत दुनिया भर की टेस्ट टीमों अलग-अलग जगहों पर एक दूसरे के साथ मुकाबला करती हुई नजर आएंगी।
उधर, विश्व कप चैंपियनशिप का के लिए पहले राउंड के मुकाबले भी निश्चित हो गए हैं। इसके शुरुआत भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज से होगी। दो मैचों की यह टेस्ट सीरीज वेस्टइंडीज में आयोजित होगी। टीम इंडिया विश्व कप के बाद कैरेबियाई धरती का दौरा करेगी। यह दो मैच अगस्त के अंतिम सप्ताह से शुरू होकर सिंतबर के शुरुआती दिनों तक चलेंगे। इस बात की जानकारी वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने दी है।
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पहला टेस्ट मैच विव रिचर्ड्स क्रिकेट ग्राउंट में खेला जाएगा। आइसलैंड ऑफ एंटीगुआ में खेला जाने वाला ये मैच 22 अगस्त से 26 अगस्त तक चलेगा। उसके बाद दूसरा टेस्ट मैच किंग्स्टन के सबिना पार्क में होगा जो 30 अगस्त से शुरू होगा। आपको बता दें कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में टेस्ट खेलने वाली 9 टॉप टीमें भाग लेंगी। यह चैंपियनशिप अगले दो साल तक खेली जाएगी। इस चैंपियनशिप में हर टीम 6 विपक्षी टीमों से टेस्ट सीरीज खेलेगी।
आपको बता दें कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप आईसीसी की टेस्ट मैचों को जिंदा रखने की कवायद है। पिछले कुछ समय से टेस्ट मैचों में दर्शक संख्या में लगातार कमी आई है। ऐसे में टेस्ट क्रिकेट की प्रासंगिकता को बनाए रखने के लिए पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट में काफी बदलाव किए गए हैं। इन बदलावो में मुख्य रूप से दिन-रात के टेस्ट मैच, गुलाबी गेंद का आना, डीआरएस समेत अन्य तकनीकों का आना प्रमुख है।