नई दिल्लीः भारत को जून में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेलना है और इसके लिए आईसीसी ने टीम इंडिया के साथ 7 अतिरिक्त खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ को ले जाने की छूट दे दी है। दरअसल कोविड-19 के चलते पैदा हुई क्वारेंटाइन जरूरतों के चलते यह फैसला किया गया है कि अब भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए 30 सदस्यीय स्क्वायड के साथ यात्रा करेगी।
यह फैसला आईसीसी बोर्ड की वर्चुअल मीटिंग के बाद किया गया है। क्रिकेट को चलाने वाली गवर्निंग बॉडी ने एक स्टेटमेंट में इसका जिक्र करते हुए कहा, "आईसीसी बोर्ड इस बात पर सहमत है की सात और खिलाड़ी 23 लोगों की स्क्वायड में और जोड़े जाएंगे जहां पर टीम को क्वारंटाइन की भी जरूरत होगी और बायो बबल के हिसाब से खुद को ढालना होगा।"
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इसके अलावा आईसीसी ने यह भी अपडेट दी है की बीसीसीआई के साथ टैक्स अरेंजमेंट और वीजा गारंटी के मुद्दे अगले महीने तक सुलझा लिए जाएंगे। बता दें कि यह मामले आने वाले T20 वर्ल्ड कप से जुड़े हैं जो साल के अंत में भारत में होने जा रहा है। आईसीसी का कहना है कि भारत की बीसीसीआई ने इस बारे में भारत सरकार के साथ सकारात्मक स्तर पर बातचीत की है इसके अलावा महिलाओं के एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में अब दो बदलाव देखने को मिलेंगे।
"सबसे पहले अपने हिसाब से लिए जाने वाले 5 ओवर के बल्लेबाजी पावरप्ले को हटा दिया गया है और दूसरी बात, सभी टाई हुए मैचों का फैसला सुपर ओवर द्वारा किया जाएगा।"
यह भी निर्णय लिया गया कि टेस्ट और ओडीआई का दर्जा स्थायी रूप से सभी पूर्ण सदस्य महिला टीमों को प्रदान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, बर्मिंघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के सभी मैचों को महिलाओं के टी 20 अंतर्राष्ट्रीय के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा।
बोर्ड ने COVID-19 महामारी के कारण, वर्ष के अंत में बांग्लादेश में होने वाले पहले महिला U19 विश्व कप को स्थगित करने का निर्णय लिया।
इसी तरह, महिला विश्व कप 2022 के लिए वैश्विक क्वालीफायर इस साल दिसंबर में आयोजित किया जाएगा ताकि टीमों को सर्वश्रेष्ठ संभव तैयारी मिल सके।