क्या कोहली को वनडे कप्तानी से हटाना सही रहेगा?
अब सवाल यह है कि क्या कोहली को कप्तानी से हटाना सही रहेगा? अगर उनके प्रदर्शन की बात करें तो कोहली कप्तानी में वनडे फाॅर्मेट में भी भारत का शानदार प्रदर्शन रहा है। कोहली ने 2013 में वनडे कप्तानी संभाली थी। तब से लेकर अब तक उन्होंने 95 मैचों में कप्तानी की है, जिसमें भारत को 65 मैचों में जीत मिली है तो सिर्फ 27 में हार मिली। एक मैच बराबरी पर रहा तो दो मैच बेनतीजा रहे। कुल मिलाकर कोहली का जीत का प्रतिशत 70.43 रहा। यानी कि महेंद्र सिंह धोनी से भी बेहतर। धोनी ने 200 मैचों में कप्तानी थी, जिसमें 110 में जीत मिली थी। इस तरह उनका जीत का प्रतिशत 59.52 रहा है। हालांकि उनकी कप्तानी में भारत ने 2011 आईसीसी वनडे विश्व कप का खिताब टीम ने जीता था। ऐसे में अगर बीसीसीआई मैनेजमेंट कोहली को कप्तानी से हटाने पर विचार करता है तो उससे पहले उन्हें कोहली के रिकाॅर्ड पर भी गाैर करना होगा। हां, अगर कोहली खुद कप्तानी छोड़ने के लिए तैयार होते हैं तो फिर बिना कोई विचार किए रोहित को कप्तान बना दिया जाएगा।
बन चुके हैं दो गुट
भारतीय टीम में दो गुट बन चुके हैं जो अपने खिलाड़ी को कप्तान बनते रहना पसंद कर रहे हैं। सामने आ रही रिपोर्ट्स के अनुसार, दो गुट बन चुके हैं, जिसमें एक गुट कोहली को कप्तान बनाए रखने पर राय दे रहा है तो दूसरा गुट चाहता है कि टी20आई के साथ-साथ वनडे फाॅर्मेट की कप्तानी भी रोहित को दे दी जाए। गुटबाजी की बातें सामने आना कोई नई बात नहीं है। पिछले दो सालों से खबरें सामने आ रही हैं कि टीम दो गुटों में बंट गई है। हालांकि मैनेजमेंट ने इसको नकारा है, लेकिन कोहली-रोहित के बीच अनबन भी देखने को मिली है जब भारतीय टीम 2019 वनडे विश्व कप में सेमीफाइनल हार गई थी।
दवाब में चलते छोड़ी थी टी20आई कप्तानी
कोहली के बल्ले से नवंबर 2019 के बाद से कोई भी अंतरराष्ट्रीय शतक नहीं निकला है। यानी कि दो साल से शतक का सूखा है। कोहली के ऊपर ना सिर्फ लय में लाैटने का दवाब है, बल्कि कप्तानी का भी दवाब था। ऐसे में थोड़ा सा बोझ कम करने के लिए कोहली ने टी20आई की कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया था। खुद कोहली ने भी यह बात स्वीकार कही थी कि लंबे समय तक अधिक जिम्मेदारी नहीं उठाई जा सकती है। कोहली का ध्यान कप्तानी का बोझ कम करके रनों का अंबार लगाने पर है। लेकिन देखना बाकी है कि क्या वनडे की कप्तानी जारी रखेंगे या फिर इसे भी छोड़कर सिर्फ टेस्ट की जिम्मेदारी संभालेंगे। पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी बयान दिया था कि कोहली कभी भी वनडे कप्तानी छोड़ सकते हैं। खैर, वो दिन कब आएगा और बीसीसीआई मैनेजमेंट भविष्य को देखते हुए क्या फैसला लेता है, ये देखना दिलचस्प रहेगा।