नई दिल्ली। सनराइजर्स हैदराबाद के विकेट कीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा आईपीएल के इस सीजन में कोरोना संक्रमित हो गए थे। लेकिन कोरोना के खिलाफ साहा की लड़ाई कितनी मुश्किल थी उसके बारे में अब खुलकर साहा ने बात की है। जिस दिन रिद्धिमान साहा कोरोना संक्रमित पाए गए थे उसी दिन बीसीसीआई ने आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड कर दिया था। दरअसल साहा ने थकान और ठंड लगने की शिकायत की थी जिसके बाद साहा का दो बार टेस्ट किया गया था और दोनों ही बार उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थीष लेकिन बुखार आने के बाद साहा का फिर से टेस्ट हुआ और इस बार वह पॉजिटिव आए।
कोरोना संक्रमित होने के बाद अपने अनुभव को आनंबाजार पत्रिका को दिए इंटरव्यू में साहा ने साझा किया। उन्होंने कहा कि मई के पहले दिन अपना अभ्यास सत्र पूरा करने के बाद मैं थकान महसूस कर रहा था। मुझे ठंड लग रही थी और हल्की कफ भी थी। मैंने टीम के डॉक्टर को इसकी जानकारी दी। इसी दिन मेरा कोरोना टेस्ट हुआ। अगले दिन रिपोर्ट निगेटिव आई। दूसरे दिन भी टेस्ट हुआ और उसकी भी रिपोर्ट निगेटिव आई। हालांकि मुझे लोगों के साथ रहने से मना कर दिया गया था क्योंकि तबतक मुझे बुखार आने लगा था। तीसरे टेस्ट के बाद मेरा रिजल्ट पॉजिटिव आया था।
कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद साहा ने कहा कि मैं डर गया था। वो संक्रमण जिसने दुनिया को रोक दिया उससे डरना तो लाजमी था। परिवार में हर कोई बहुत चिंतित था। हमने उन्हें वीडियो कॉल के जरिए भरोसा दिलाया कि डरने की कोई वजह नही है। मेरा अच्छे से खयाल रखा जा रहा है। साहा ने कहा कि शरीर में किसी और तरह की कोई दिक्कत नहीं है। बुखार नही आ रहा है। समय के साथ सर्दी और जुकाम भी कम हो रहा। शरीर में किसी भी तरह का कोई दर्द भी नहीं है और मुझे किसी भी तरह की अब थकावट भी नहीं लग रही है। जबतक मैं अभ्यास शुरू नहीं करता, यह समझ पाना संभव नहीं है कि मैं थक रहा हूं। मैं अपने समर्थकों से कहना चाहता हूं कि चिंता ना करें मैं लगभग ठीक हूं।
गौरतलब है कि 4 मई को जब दिल्ली कैपिटल्स के अमित मिश्रा के कोरोना संक्रमित होने के बाद साहा का भी कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। जिसके बाद बीसीसीाई और आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल की आनन-फानन में बैठक हुई और महज 10 मिनट के बाद आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। हालांकि बीसीसीआई की ओर से यह साफ किया गया है कि आईपीएल के इस सीजन को रद्द नहीं किया गया है बल्कि टाला गया है। लेकिन आईपीएल के बाकी के मैचों का आयोजन बीसीसीआई के लिए सख्त चुनौती है। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों की ओर से पहले ही यह संकेत आ रहे हैं कि वह बाकी के आईपीएल में खेलने के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। ऐसे में बीसीसीआई के लिए बाकी के मैच कराना काफी मुश्किल होगा।