चयन के बारे में सोचकर क्रिकेट नहीं खेलता
युवा ऋषभ पंत ने राष्ट्रीय टीम में बाैतर विकेटकीपर अपनी जगह पक्की कर ली है। साहा टेस्ट में बेस्ट देने की ताकत रखते हैं, लेकिन यहां पंत ने दमदार प्रदर्शन दिखाकर साहा की वापसी की उम्मीदें कम कर दीं। परंतु साहा को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा। बंगाल के 34 साल के विकेटकीपर ने कहा, ‘मैं कभी चयन के बारे में सोचकर क्रिकेट नहीं खेलता हूं। यह मेरे हाथ में नहीं है। मेरा ध्यान उन चीजों पर है जिस पर मेरा नियंत्रण है। मैं उन मौकों को पूरी तरह भुनाने की कोशिश कर रहा हूं जो मेरे हाथ में है।' साहा सैयद मुश्ताक अली टी-20 घरेलू टूर्नामेंट में अपना शत-प्रतिशत देने की कोशिश में रहेंगे ताकि फिर से टेस्ट टीम में जग बनाई जा सके।
ठोक चुके हैं तूफानी शतक
साहा ने मार्च 2018 में मुखर्जी ट्रॉफी टी-20 मुकाबले में तेज-तर्रार बैटिंग करते हुए महद 20 गेंदों में शतक जड़ा डाला था, जिसमें 14 छक्कों और 4 चौकों के साथ 20 गेंदों की पारी में 102 रन बनाकर अविजित रहे। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 510.00 रहा। 33 साल के साहा ने बीएनआर रिक्रिएशन क्लब के खिलाफ शनिवार को कालीघाट मैदान पर यह कारनामा किया। था। साहा आखिरी बार पिछले साल 25 मई को इंडियन प्रीमियर लीग की अपनी टीम सनराइजर्स हैदराबाद के लिए कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच में मैदान पर दिखे थे। लेकिन अब वह फिर इस टीम की तरफ से खेलते हुए नजर आएंगे।
हुई थी कंधे की सर्जरी
पिछले साल जुलाई के अंत में साहा की बीसीसीआई की देख-रेख में मैनचेस्टर में कंधे की सजरी करवाई गई थी। साहा ने वापसी पर कहा, ‘मैं इस टूर्नामेंट को सामान्य विश्राम के बाद वापसी की तरह ले रहा हूं। मेरे लिए यह सत्र की शुरुआत है।' ग्रुप डी में शामिल बंगाल इस टूर्नामेंट में अपने अभियान का आगाज 21 फरवरी को कटक के खिलाफ मैच से करेगा। बंगाल ने पिछली बार 2010-11 में इस खिताब को जीता था। टीम में मनोज तिवारी (कप्तान), अभिमन्यु ईश्वरन (उप-कप्तान), ऋद्धिमान साहा, श्रीवत्स गोस्वामी, विवेक सिंह, रितिक चटर्जी, ऋत्विक रॉय चौधरी, शाहबा अहमद, प्रदीप प्रमाणिक, कनिष्क सेठ, अशोक डिंडा, सयान घोष, इशान पोरेल, प्रयास रे बर्मन और अयान भट्टाचार्जी खिलाड़ी शामिल हैं।