नई दिल्ली। टीम इंडिया के स्पिन गेंदबाज अक्षर पटेल को इंग्लैंड के दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया है और वह न्यूजीलैंड के खिलाफ आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेल सकते हैं। जिस तरह से इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में अक्षर पटेल ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था, उसके बाद माना जा रहा है कि इंग्लैंड के दौरे पर भी टीम में मौका मिल सकता है। इंग्लैंड दौरे से पहले अक्षर पटेल को लगता है कि टीम के कप्तान विराट कोहली किसी भी तरह के दबाव में नहीं रहेंगे क्योंकि कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो फाइनल मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। गौर करने वाली बात है कि अक्षर पटेल समेत इंग्लैंड के दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम फिलहाल मुंबई में क्वारेंटीन है और 2 जून को चार्टर प्लेन से इंग्लैंड के लिए रवाना होगी।
टीम सिर्फ कोहली पर निर्भर नहीं
अक्षर पटेल ने कहा कि अगर आप भारतीय टीम को देखे तो टीम में रोहित शर्मा हैं, विराट कोहली हैं, अजिंक्या रहाणे और ऋषभ पंत जैसे बल्लेबाज हैं। जिस तरह से इन खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया है उसे देखते हुए कप्तान विराट कोहली पर अकेले किसी भी तरह का कोई दबाव नहीं रहेगा। हमारी टीम ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की थी जहां विराट कोहली थे भी नहीं। इंग्लैंड की सीरीज के दौरान कोहली कई पारियों में जल्दी आउट हो गए थे, लेकिन पंत और वॉशिंगटन सुंदर ने आगे आकर प्रदर्शन किया। रोहित ने भी शतक लगाए। स्पिन गेंदबाजों ने भी निचले क्रम में बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया है।
डेब्यू सीरीज में 27 विकेट लिए
बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ अक्षर पटेल ने अपने टेस्ट क्रिकेट का डेब्यू किया था और तीन मैचों में 27 विकेट अपने नाम किए थे। चार बार उन्होंने पांच या उससे अधिक विकेट अपने नाम किए थे। अक्षर ने कहा कि आपने देखा कि शार्दुल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर ने किस तरह से बल्लेबाजी की और ऑस्ट्रेलिया में अच्छी साझेदारी की। जब आप इंग्लैंड में बल्लेबाजी करते हैं तो आप 400 जैसे बड़े टोटल का पीछा नहीं करते हैं। वहां टोटल तकरीबन 300-250 होता है और ऐसे में निचले क्रम के बल्लेबाजों की साझेदारी काफी अहम हो जाती है।
हमारे पास संतुलित टीम
टीम की बल्लेबाजी के बारे में पटेल ने कहा कि जब आप पुजारा, कोहली,रोहित,रहाणे और पंत जैसे शीर्ष पांच बल्लेबाजों को देखते हैं, अगर इनमे से दो बल्लेबाज भी अच्छा करते हैं तो आप जानते हैं कि बाकी के तीन बल्लेबाज अपना काम कर सकते हैं। लिहाजा मुझे लगता है कि इस भारतीय टीम में वह समानता है, यह सिर्फ एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं है। हर कोई अपना योगदान देता है। अगर सलामी बल्लेबाज अच्छा नहीं कर पाते हैं तो मध्य क्रम के बल्लेबाज अच्छा करते हैं। लेकिन अगर दोनों फेल होते हैं तो निचला क्रम योगदगान देता है, मौजूदा समय में भारतीय टीम में इस तरह की मजबूती है।
क्वारेंटीन में टीम
बता दें कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपिनयशिप का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड के साउथैंपटन में खेला जाएगा। 18 जून को कप्तान विराट कोहली और केन विलियम्सन की अगुवाई में दोनों ही टीमे मैदान में उतरेंगी। फिलहाल भारतीय टीम मुबंई में है और सभी खिलाड़ी होटल के कमरे में क्वारेंटीन हैं और यहीं पर अपनी ट्रेनिंग भी कर रहे हैं। अहम बात यह है कि14 दिन के क्वारेंटीन के बाद जब भारतीय टीम इंग्लैंड पहुंचेगी तो वहां उसे 7 दिन के लिए लिए ही क्वारेंटीन रहना पड़ेगा ौर टीम इसके बाद अभ्यास शुरू कर सकती है।