नई दिल्ली। आईसीसी की ओर से पहली बार आयोजित की जा रही विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल मैच खेले जाने में अब बस 2 हफ्ते से कम का समय बाकी रह गया है। दुनिया भर के फैन्स की नजरें भारत और न्यूजीलैंड के बीच साउथैम्पटन के मैदान पर खेले जाने वाले इस फाइनल मैच पर टिकी हुई हैं। इंग्लैंड की परिस्थितियों को देखते हुए दोनों ही टीमों के गेंदबाजी अटैक में तेज गेंदबाजों का महत्व बढ़ जाता है। उल्लेखनीय है कि जहां पर कीवी टीम के पास टिम साउथी, नील वैग्नर, काइल जैमिसन और ट्रेंट बोल्ट जैसे गेंदबाज हैं तो वहीं पर भारतीय टीम के पास भी विश्व स्तरीय तेज गेंदबाजों की भरमार है जिसने पिछले कुछ सालों में दुनिया के बेहतरीन बैटिंग अटैक को परेशान करने का काम किया है।
हालांकि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में यह देखने लायक होगा कि भारतीय कप्तान विराट कोहली इन गेंदबाजों में से किन बॉलर्स को टीम के पेस अटैक के लिये चुनते हैं। इस बीच भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज और कॉमेंटेटर अजीत आगरकर ने टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच के लिये विराट सेना का संभावित पेस अटैक चुना है।
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अजीत आगरकर ने स्टार स्पोर्टस के शो में बात करते हुए कहा, ' इंग्लैंड में जब आप गेंदबाजी करते हैं तो पेसर्स का रोल काफी ज्यादा अहम हो जाता है, ऐसे में भारत के पास जब दुनिया का बेस्ट पेस अटैक मौजूद है तो उसके पास कई विकल्प भी मौजूदा है। मेरे हिसाब से भारतीय टीम पर गौर किया जाये उसके पेसर्स टीम की सबसे बड़ी ताकत बन कर उभरे हैं, फिर चाहे वो जसप्रीत बुमराह हों या फिर मोहम्मद शमी। मेरे लिये टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच के लिये ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह भारत के पेस अटैक को संभालते नजर आयेंगे और अगर ग्रीन विकेट मिलती है तो सिराज के रूप में चौथा गेंदबाज भी देखने को मिल सकता है।'
आगरकर ने आगे बात करते हुए कहा कि इंग्लैंड की परिस्थितियां कैसी रहने वाली हैं इस बारे में किसी को पता नहीं है लेकिन जैसा कि हमने देखा है कि ड्यूक बॉल इंग्लैंड में पेसर्स को मदद करती है तो विराट कोहली भी अपने तेज गेंदबाज पर भरोसा दिखायेंगे।
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गौरतलब है कि आगरकर से पहले भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी ने भी चैम्पियनशिप फाइनल के लिये बुमराह, ईशांत और मोहम्मद शमी को पेस अटैक की अगुवाई करने के लिये चुना था। आपको बता दें कि विदेशी सरजमीं पर बुमराह का रिकॉर्ड काफी शानदार रहा है तो बढ़ती उम्र के साथ ईशांत की गेंदबाजी और भी घातक हो गई है। शमी ने पिछले कुछ सालों में टेस्ट क्रिकेट में अपनी खास जगह बनाई है, ऐसे में अश्विन-जडेजा के साथ मिलकर यह बॉलिंग अटैक काफी घातक नजर आ रहा है।