नई दिल्ली। भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के ऐतिहासिक फाइनल मैच में बारिश से प्रभावित होने के बावजूद तीसरे दिन का खेल जारी है। पहले दिन का खेल बारिश के चलते पूरी तरह से धुल जाने के बाद दूसरे दिन टॉस हुआ और कीवी टीम ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। भारतीय टीम के लिये रोहित शर्मा और शुबमन गिल ने शानदार आगाज करते हुए पहले विकेट के लिये 62 रनों की साझेदारी की लेकिन अगले 28 रन में उसने अपने 3 विकेट खो दिये। इसके बाद अजिंक्य रहाणे (49) और विराट कोहली (44) ने पारी को संभालते हुए 61 रनों की साझेदारी की। तीसरे दिन का खेल बारिश की वजह से आधे घंटे देरी से शुरू हुआ लेकिन जब कीवी टीम ने खेलना शुरू किया तो भारतीय टीम को पूरी तरह से बैकफुट पर रखने का काम किया।
तीसरे दिन के पहले सेशन में भारतीय टीम ने सिर्फ 65 रन जोड़ने का काम किया जबकि कीवी टीम ने 4 विकेट हासिल करने का काम किया। काइल जैमिसन ने भारत को सबसे ज्यादा चोटिल करने का काम किया जिन्होंने 26 रन देकर 3 विकेट हासिल किये। इसमें जैमिसन ने विराट कोहली, रोहित शर्मा और ऋषभ पंत का विकेट हासिल करने का काम किया। वहीं पर नील वैग्नर ने अजिंक्य रहाणे और शुबमन गिल का विकेट लेकर पूरी तरह से बैकफुट पर धकेलने का काम किया।
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तीसरे दिन का पहला सेशन समाप्त होने तक भारतीय टीम ने 7 विकेट खोकर 211 रन बना लिये हैं। इस बीच फैन्स के मन में एक सवाल जोरों पर हैं कि बारिश और साउथैम्पटन की परिस्थितियों को देखते हुए भारतीय टीम के लिये पहले बल्लेबाजी करते हुए कितना स्कोर यहां पर आदर्श रहने वाला है और विराट सेना को लड़ने का मौका देगी। फैन्स के इस सवाल का जवाब भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर ने देने का काम किया है।
विक्रम राठौर ने इस पर बात करते हुए कहा,'हम चाहेंगे कि जितना ज्यादा हो सके खिलाड़ी रन बना सकें लेकिन इन परिस्थितियों को देखते हुए 250 से ज्यादा का कोई भी स्कोर हमें लड़ने का मौका प्रदान करेगा। बल्लेबाजी का मतलब है ज्यादा से ज्यादा रन बनाना। रोहित और गिल ने यही करके दिखाया और रन बनाने के लिये वो जूनून दिखाया और वो सब किया जो कर सकते थे। विराट कोहली और रहाणे की बल्लेबाजी की भी जितनी तारीफ की जाये वो कम हैं, उन्होंने शानदार तरीके से बल्लेबाजी की और मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकालने का काम किया।'
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इस बीच बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर का मानना है कि ड्यूक गेंद जितनी पुरानी होती जायेगी उतना ज्यादा ही उससे स्विंग देखने को मिलेगी जो कि बल्लेबाजों को खुल कर खेलने नहीं देती और बल्लेबाजों के लिये रन बनाना मुश्किल हो जाता है।
उन्होंने कहा,'मुझे लगता है कि जब गेंद थोड़ी पुरानी हो जाती है तो वो ज्यादा स्विंग करती है। इसके अलावा कीवी गेंदबाज अच्छे एरिया पर बॉल डालने का काम भी कर रहे हैं। हम पुजारा को लेकर परेशान नहीं हैं, वो काफी शानदार खिलाड़ी हैं और मुझे नहीं लगता कि गति उनके लिये कोई समस्या है। जब तक उन्होंने बल्लेबाजी कि वह काफी मजबूत नजर आये। उन्हें बस इस शुरुआत को बदलना शुरू करना है जो कि काफी जल्दी होता नजर आयेगा।'