नई दिल्लीः दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान न्यूजीलैंड का सामना करते हुए चेतेश्वर पुजारा के स्ट्राइक रोटेट करने के तरीके पर ध्यान दिया है। धीमी बैटिंग के लिए आलोचना सहने वाले पुजारा ने इस बार खाता खोलने के लिए 36 गेंदें लीं।
उन्होंने एक बाउंड्री के साथ अपना खाता खोला और तुरंत अगली गेंद पर एक और स्कोर हासिल किया, लेकिन कुछ और डॉट गेंदों के बाद, उन्हें ट्रेंट बोल्ट ने 54 गेंदों पर 8 रन पर एलबीडब्ल्यू आउट किया। पुजारा के धैर्य के लिए जहां उनके मुरीद लोग भी कम नहीं हैं तो वहीं उनके धीमेपन से भी कई लोग त्रस्त रहते हैं, लेकिन पुजारा ने बार-बार दिखाया है कि जनता की राय उन्हें परेशान नहीं करती है।
उनको लोग दूसरा राहुल द्रविड़ कहते हैं और जब पुजारा लंबी पारी खेलते हैं तो वे वाकई द्रविड़ दिखते हैं लेकिन समस्या यह है जब वे सस्ते में आउट होते हैं तो इतनी गेंद जाया कर देते हैं कि विपक्षी गेंदबाज हावी हो जाता है। द्रविड़ की शैली अलग थी वह अधिक ठोस और कारगर थी। पुजारा की हाल में ही खेली ताजा धीमी पारी पर डेल स्टेन ने कहा है कि यह बल्लेबाज रनों के लिए भाग सकता था क्योंकि उनके पास स्ट्राइक रोटेट करने के मौके थे।
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डेल स्टेन ने पुजारा के दृष्टिकोण पर खुलते हुए, "आप पुजारा जैसे किसी को देखना चाहते हैं। अब उन्होंने 50 गेंदों का सामना किया और हम जानते हैं कि वह इस तरह के खिलाड़ी हैं। लेकिन मुझे यकीन है कि अगर उन्होंने पीछे मुड़कर देखा और वीडियो विश्लेषण के नमूने को देखा, तो उन्होंने पाया कि वहां ऐसी भी डिलीवरी हैं जहां वह थोड़ा और स्ट्राइक रोटेट करने का अवसर पैदा कर सकते थे। "
स्टेन ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो पर बात करते हुए कहा, "मुझे यकीन है कि उन सभी 50 गेंदों में, वह स्ट्राइक रोटेट कर सकते थे। हालांकि भारत को खुशी होगी कि उन्होंने उतने विकेट नहीं गंवाए हैं, लेकिन वे उस स्कोरबोर्ड के लिए उस रोटेशन को जारी रखना चाहते हैं। ये सभी मायने रखते हैं। "