उमेश यादव
उमेश यादव ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके लिए यह आखिरी सीरीज हो सकती है। उमेश तीनों ही फॉर्मेट में अच्छा करने में विफल रहे हैं। यहां तक कि आईपीएल में भी उमेश यादव का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में उमेश यादव ने 3 विकेट लिए थे, जिसके बाद दूसरे मैच में उन्होंने सिर्फ 1 विकेट लिया था और फिर उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। यही नहीं इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा गया था। उनकी जगह टीम में मोहम्मद सिराज को मौका मिला। लिहाजा टेस्ट चैंपियनशिप के बाद उमेश यादव का टेस्ट करियर संभवत: खत्म हो सकता है।
हनुमा विहारी
हनुमा विहारी भारतीय टीम की ओर से सिर्फ टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं, ऐसे में उनके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी होगी कि वह इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करें। पिछले कुछ टेस्ट मैचों की बात करें तो विहारी बल्ले से कुछ खास नहीं कर सके हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में कुल 5 पारियों में वह सिर्फ 72 रन बना सके. उन्होंने 16, 8, 21, 4, 23 रन की पारी खेली। इस सीरीज से पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में विहारी सिर्फ 55 रन बना सके, उन्होंने 7, 15, 9 रन की पारी खेली। ऐसे में अगर वह इंग्लैंड के दौरे पर अच्छा नहीं कर पाते हैं तो उनके लिए टीम में जगह काफी मुश्किल हो सकती है।
रिद्धिमान साहा
टेस्ट क्रिकेट के लिए रिद्धिमान साहा चयनकर्ताओं की पहली पसंद थे। लेकिन जिस तरह से ऋषभपंत ने लगातार ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की सीरीज में प्रदर्शन किया उसके बाद साहा के लिए टीम में जगह बना पाना मुश्किल होगा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पंत ने 97 और 89 रनों की जबरदस्त पारी खेली जिसकी बदौलर भारत को सीरीज में 2-1 से जीत दर्ज करने में मदद मिली। यही नहीं इंग्लैंड के खिलाफ भी 91 और 58 रनों की पारी खेलकर पंत ने खुद को साबित किया। ऐसे में संभव है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में साहा को प्लेइंग 11 में मौका भी ना मिले।