नई दिल्ली। आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल मैच अगले 2 दिन में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाना है। इस ऐतिहासिक फाइनल मैच को लेकर फैन्स और टीमों के बीच काफी टेंशन बढ़ गई है और लोग इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सभी को इस ऐतिहासिक मैच का इंतजार है जिसके 5 दिन के संघर्ष के बाद पहले टेस्ट चैम्पियन का पता चलेगा। जहां एक ओर खेल जगत के दिग्गज और आलोचक फाइनल मैच को लेकर अपनी-अपनी राय दे रहे हैं तो वहीं पर सचिन तेंदुलकर ने भी इस विषय पर अपनी राय दी है।
विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के तहत सभी टीमों को 2 साल के अंदर अपने घर और बाहर 3-3 सीरीज खेलना जरूरी था और अंकतालिका में जो भी टीम सबसे ऊपर रहती उनमें से टॉप की दो टीमों के बीच फाइनल आयोजित होना है। जहां भारतीय टीम 6 टेस्ट मैचों की सीरीज खेल कर पहुंची है तो वहीं पर न्यूजीलैंड की टीम 5 सीरीज खेलकर पहुंची हैं। जहां कीवी टीम ने अपने घर पर डॉमिनेट करने का काम किया तो वहीं पर भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया को उसके घर पर हराने का काम किया था।
हालांकि सचिन तेंदुलकर का मानना है कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का विजेता चुनने के लिये सिर्फ एक फाइनल मैच कराना ठीक नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि टेस्ट चैम्पियनशिप का विजेता चुनने के लिये सचिन तेंदुलकर से भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री, युवराज सिंह और रविचंद्रन अश्विन ने भी यह सुझाव दिया था कि आईसीसी को विजेता चुनने के लिये बेस्ट ऑफ थ्री का फाइनल कराना चाहिये।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज का मानना है कि सिर्फ एक टेस्ट मैच खेलने के बजाय आईसीसी को फाइनल में पहुंचने के लिये एक सीरीज का आयोजन करना चाहिये। उन्होंने आगे समझाया कि कैसे सभी टीमों ने 2 सालों तक फाइनल में पहुंचने के लिये कई सीरीज खेली होनी थी और तब जाकर फाइनल में पहुंचने का काम किया।
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टाइम्स नाउ से बात करते हुए तेंदुलकर ने कहा,'जब आप टी20 और वनडे विश्व कप के प्रारूप की बात करें तो जब आप इन टूर्नामेंट में खेलते हैं और हर विपक्षी टीम के साथ सिर्फ एक ही मैच में खेलते नजर आते हैं और इसी के चलते एक फाइनल मैच खेलना जायज नजर आता है। हालांकि यहां पर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के बाद पहुंची है। आप 3 और 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलकर फाइनल तक पहुंचते हैं और फाइनल जीतने के लिये आपको सिर्फ एक मैच मिलता है।'
सचिन तेंदुलकर का मानना है कि फाइनल मैच में विजेता का पता लगाने के लिये कम से कम 3 टेस्ट मैचों की सीरीज का आयोजन कराना चाहिये ताकि टीमों को एक खराब मैच के बाद वापसी करने का मौका मिल सके। तेंदुलकर ने कहा कि टीमों के लिये यह काफी चुनौती भरा होने वाला होता है जब आप इतने सारे टेस्ट मैच खेलकर आयें और विजेता का पता लगाने के लिये सिर्फ एक मैच ठीक नहीं है। हालांकि उन्होंने भविष्य में बेस्ट ऑफ थ्री की संभावना को खारिज नहीं किया है।