21 साल पहले आईसीसी खिताब के लिये पहली बार भिड़े थे भारत न्यूजीलैंड
विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल मैच खेलने उतरी भारतीय टीम छठी बार आईसीसी टूर्नामेंट में कीवी टीम का सामना करने उतरी है लेकिन यह दूसरी बार है जब दोनों टीमें एक दूसरे का सामना फाइनल मैच में आईसीसी की ट्रॉफी के लिये उतरे हैं। भारत और न्यूजीलैंड की टीम का आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी 2000 में पहली बार फाइनल में सामना हुआ था, जहां पर आसानी से जीत की ओर बढ़ती नजर आ रही भारतीय टीम को आखिरी समय में हुए उलटफेर के चलते हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में भारत को 4 विकेट से हराकर कीवी टीम ने आईसीसी की अपनी पहली और इकलौती ट्रॉफी हासिल करने का काम किया।
ऐसा था भारत का फाइनल में पहुंचने का सफर
सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने केन्या के खिलाफ कैंपेन का आगाज किया और राहुल द्रविड़ (66), सौरव गांगुली (68) की अर्धशतकीय पारियों के चलते 8 विकेट से जीत हासिल करने का काम किया। इसके बाद भारतीय टीम का सामना ऑस्ट्रेलिया से क्वार्टरफाइनल में हुआ, जहां पर युवराज सिंह (84) की अद्भुत पारी के चलते भारत ने 265 रन बनाने का काम किया और दूसरी पारी में जहीर खान, अजीत आगरकर और वेंकटेश प्रसाद की मदद से कंगारू टीम को 245 रन पर समेट कर 20 रन से जीत हासिल की। भारत को सेमीफाइनल मैच में साउथ अफ्रीका का सामना करना पड़ा। इस मैच में भारतीय टीम के कप्तान सौरव गांगुली (141) और राहुल द्रविड़ (58) ने शानदार पारियां खेलकर 295 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया और साउथ अफ्रीका की पूरी टीम को 200 रनों पर आउट कर फाइनल में जगह बनाने का काम किया।
2 रन आउट ने बदल दिया पूरा खेल
आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी के फाइनल मैच में पहली बार भारत और न्यूजीलैंड की टीम का सामना एक दूसरे से हुआ। कीवी टीम ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। भारतीय टीम के लिये कप्तान सौरव गांगुली (117) और सचिन तेंदुलकर (69) ने शानदार तरीके से आगाज करते हुए पहले विकेट के लिये 141 रनों की साझेदारी की। स्कॉट स्टॉयरिस ने सचिन तेंदुलकर को रन आउट कर वापस पवेलियन भेजने का काम किया। सचिन तेंदुलकर के बाद राहुल द्रविड़ (22) और सौरव गांगुली ने पारी को आगे बढ़ाने का काम किया और 61 रनों की साझेदारी की। भारतीय टीम मजबूती से 300 के स्कोर की बढ़ रही थी लेकिन तभी एश्ले ने गांगुली का विकेट हासिल किया और 15 रन बाद ही स्टॉयरिस ने द्रविड़ को भी रन आउट कर दिया। इन दोनों रन आउट ने भारतीय पारी पर लगाम लगाने का काम किया और आखिरी 12 ओवर में भारतीय टीम सिर्फ 63 रन ही बना सकी।
जवाब में कीवी टीम ने 37 रन पर अपने 2 विकेट खो दिये और 132 रन के स्कोर तक आधी टीम वापस पवेलियन लौट गई। यहां से क्रिस केर्न्स (नाबाद 102) और क्रिस हैरिस (46) ने भारत के हाथ से मैच छीनने का काम किया और 2 गेंद पहले 4 विकेट से जीत हासिल की।