नई दिल्ली। भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे पहले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल मैच आज से साउथैम्पटन के मैदान पर शुरू हुआ है। बारिश के चलते मैच का पहला दिन पूरी तरह से धुल जाने के बाद भारत और कीवी टीम के फैन्स को इंतजार जरूर करना पड़ा जिसके चलते दूसरे दिन का मैच जल्दी शुरू हुआ। भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे इस टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल मैच में कीवी टीम के कप्तान केन विलियमसन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। वहीं पर भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली मैच में पहले बल्लेबाजी करते नजर आयेंगे। भारतीय टीम ने इस ऐतिहासिक फाइनल मैच के लिये एक दिन पहले ही अपनी प्लेइंग 11 का ऐलान कर दिया था, वहीं पर कीवी टीम ने टॉस के साथ अपनी प्लेइंग 11 का ऐलान किया।
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कीवी टीम ने इस मैच में 4 तेज गेंदबाज और कॉलिन डि ग्रैंडहोम को बतौर हरफनमौला खिलाड़ी के रूप में शामिल करने का काम किया है। हालांकि जब मैच शुरू हुआ तो इतिहास रचने का सिलसिला टॉस के साथ ही शुरू हो गया। टॉस के लिये उतरने वाली भारतीय टीम ने इस फाइनल में पहुंचते ही एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया तो कप्तान विराट कोहली भी दुनिया में एक खास कारनामा करने वाले पहले खिलाड़ी बन गये हैं।
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टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में उतरने के साथ ही विराट कोहली अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में आईसीसी के सभी ट्रॉफी के फाइनल मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी बन गये हैं। विराट कोहली ने अपने करियर का आगाज आईसीसी के अंडर-19 विश्व कप को जीतकर किया तो वहीं साल 2011 में वनडे विश्व कप फाइनल का हिस्सा बने। वहीं साल 2014 के टी20 विश्व कप और साल 2017 के चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल का भी हिस्सा बने लेकिन इन दोनों फाइनल मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही भारतीय टीम आईसीसी की हर ट्रॉफी का फाइनल खेलने वाली दुनिया की पहली टीम भी बन गई है।
इसके साथ ही भारतीय टीम अपने 89 साल के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार न्यूट्रल वेन्यू पर खेलने पर उतरी। आईसीसी की ओर से टेस्ट देशों का रुतबा हासिल करने वाली टीमों में सिर्फ 2 ही टीमें रह गई थी जिन्होंने किसी भी न्यूट्रल वेन्यू पर नहीं खेलने का काम किया था। अब इस लिस्ट में सिर्फ बांग्लादेश का नाम रह गया है जिसने न्यूट्रल वेन्यू में कभी कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है। उल्लेखनीय है कि साल 2007 में पाकिस्तान दौरे पर पहुंची श्रीलंका की टीम पर हुए आतंकी हमले के बाद लगभग एक दशक तक पाकिस्तान ने अपनी सभी घरेलू सीरीज की मेजबानी यूएई में कराने का काम किया। इसी के चलते ज्यादातर टीमों ने यूएई में न्यूट्रल वेन्यू पर टेस्ट मैच खेलने का काम किया जिसमें न्यूजीलैंड की टीम भी शामिल है।
गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट टीम के 89 साल के इतिहास में टीम इंडिया के पास 22 साल पहले न्यूट्रल वेन्यू में टेस्ट मैच खेलने का मौका था। 1999 में एशियन क्रिकेट काउंसिल ने एशियन टेस्ट चैम्पियनशिप आयोजित कराने का काम किया था जिसका फाइनल मैच बांग्लादेश के ढाका में खेला गया था। 1999 में खेले गये इस फाइनल मैच में पाकिस्तान और श्रीलंका की टीमों ने एक दूसरे का सामना किया जबकि भारत पहले ही बाहर हो गया था।
गौरतलब है कि टेस्ट क्रिकेट के 144 साल पुराने इतिहास में पहली बार 109 साल पहले न्यूट्रल वेन्यू में टेस्ट मैच खेला गया था जहां पर ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की टीमें इंग्लैंड के मैनचेस्टर पर भिड़ी थी। साल 1912 में खेले गये इस न्यूट्रल वेन्यू मैच के बाद साल 1999 में जाकर दूसरा न्यूट्रल वेन्यू मैच खेलने का काम किया।