नई दिल्लीः विश्व टेस्ट चैंपियनशिप शुरू होने में केवल 2 दिन बाकी हैं क्योंकि 18 जून को भारत और न्यूजीलैंड की टीमें इंग्लैंड की धरती पर साउथहैंपटन में एक दूसरे के आमने सामने उतरने जा रही हैं। कीवियों ने इंग्लैंड को उसी की धरती पर मात देकर भारत को चेतावनी दे दी है जबकि भारतीय टीम भी बहुत अच्छी टेस्ट फॉर्म के साथ इंग्लैंड में उतरी है लेकिन उसका अभ्यास न्यूजीलैंड के स्तर का नहीं है। टीम इंडिया हालांकि बहुत प्रोफेशनल है और विदेशी धरती पर उन्होंने हाल ही में कुछ ऐसी जीत दर्ज की है कि उनका विश्वास मजबूत होगा। भारत के पास एक शानदार बॉलिंग अटैक है जो कि न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजी अटैक के समकक्ष ही है लेकिन स्पिन विभाग में भारतीय टीम बाजी मार ले जाती है।
भारत के पास जहां रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा जैसे विश्व स्तर के स्पिनर हैं तो वहीं न्यूजीलैंड के पास कोई भी अनुभवी स्पिनर नहीं है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत का बॉलिंग एवरेज सबसे बेस्ट भी है, टीम इंडिया ने इस दौरान 22.15 के औसत से बोलिंग की है और यह बाकी सभी टीमों से बहुत ज्यादा बेहतर है। नंबर दो पर आस्ट्रेलिया की टीम आती है जिसमें 26.17 के औसत से गेंदबाजी की है और यह भारत की तुलना में काफी अधिक है। खास बात यह है कि कीवी टीम 26.99 के औसत के साथ चौथे नंबर पर आती है।
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आंकड़े भारत के साथ हैं क्योंकि भारत के गेंदबाजों ने पिछले तीन टेस्ट मैचों में कमाल का प्रदर्शन किया है। अक्षर पटेल ने तीन टेस्ट मैचों में 27 विकेट झटके हैं जिसमें उनका औसत केवल 10.59 रहा है। इसके बाद इशांत शर्मा का नंबर आता है जिन्होंने 11 टेस्ट मैचों में 17.36 की औसत से 36 विकेट झटके हैं। उमेश यादव अंडररेटेड खिलाड़ी हैं क्योंकि उन्होंने भी सात मैचों में 18.55 की औसत से 29 विकेट चटकाए हैं। सदाबहार मोहम्मद शमी 10 मैचों में 36 विकेट लेने में कामयाब रहे और उनका औसत 19.7 रहा। भारत के रविचंद्रन अश्विन ने 13 मैचों में 67 विकेट लिए और उनका औसत 20.88 रहा। जसप्रीत बुमराह ने 9 मैचों में 34 विकेट लिए और उनका औसत 22.41 रहा। इसके अलावा रविंद्र जडेजा ने थोड़े महंगे औसत से गेंदबाजी की और उन्होंने 10 मैचों में केवल 28 विकेट चटकाए जबकि 28.67 उनका औसत रहा।