शमी ने झटके इतने विकेट
अपनी स्विंग से शिकार करने वाले शमी ने इस साल कुल 8 टेस्ट मैच खेले, जिस दाैरान उन्होंने 33 विकेट अपने नाम किए। शमी ना सिर्फ विकेट लेने के मामले में आगे निकले बल्कि कंजूसी में रन देने के लिए भी कामयाब रहे। शमी ने 8 मैचों में कुल 194.2 ओवर फेंके, जिसमें उन्होंने 16.67 की बेहद कम एवरेज से 550 रन दिए हैं। इनमें उनके 49 ओवर भी मिडेन रहे। वह सबसे ज्यादा खाली ओवर निकालने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज भी रहे। रविंद्र जडेजा ने इस साल 66 ओवर मेडन निकाले। शमी का एक पारी में बेस्ट प्रदर्शन 35 रन देकर 5 विकेट रहा। उन्होंने विंडीज के खिलाफ 2 अक्तूबर को हुए मैच के दाैरान दूसरी पारी में यह प्रदर्शन किया था।
दूसरे नंबर पर रहे इशांत
वहीं तेज गेंदबाज इशांत शर्मा इस साल टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेटे लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज रहे। इशांत ने इस साल कुल 6 टेस्ट मैच खेले, जिस दाैरान उन्होंने 25 विकेट अपने नाम किए। इशांत भी शमी की तरह कंजूसी में रन देने के लिए भी कामयाब रहे। इशांत ने 6 मैचों में कुल 135.4 ओवर फेंके, जिसमें उन्होंने 15.56 की बेहद कम एवरेज से 389 रन दिए हैं। इनमें उनके 34 ओवर भी मिडेन रहे। इशांत का एक पारी में बेस्ट प्रदर्शन 22 रन देकर 5 विकेट रहा। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 22 नवंबर को हुए डे-नाइट मैच के दाैरान पहली पारी में यह प्रदर्शन किया था।
तीसरे नंबर पर रहे उमेश
वहीं तेज गेंदबाज उमेश यादव इस साल टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेटे लेने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज रहे। यादव ने इस साल कुल 4 टेस्ट मैच खेले, जिस दाैरान उन्होंने 23 विकेट अपने नाम किए। उमेश भी अपने दोनों साथी शमी, इशांत की तरह कंजूसी में रन देने के लिए भी कामयाब रहे। उमेश ने 4 मैचों में कुल 88.4 ओवर फेंके, जिसमें उन्होंने 13.65 की बेहद कम एवरेज से 314 रन दिए हैं। इनमें उनके 14 ओवर भी मिडेन रहे। उमेश का एक पारी में बेस्ट प्रदर्शन 53 रन देकर 5 विकेट रहा। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 22 नवंबर को हुए डे-नाइट मैच के दाैरान दूसरी पारी में यह प्रदर्शन किया था।
तीनों ने चिंता की दूर
टेस्ट क्रिकेट में इस साल इन तीनों गेंदबाजों ने किसी भी सीरीज में तेज गेंदबाजी आक्रमण को लेकर टीम मैनेजमेंट को चिंता नहीं आने दी। हालांकि इस साल जसप्रीत बुमराह चोट के कारण बाहर रहे जो सिर्फ 3 मैच ही खेल सके। लेकिन शमी, इशांत, उमेश की जोड़ी ने इस साल खूब सुर्खियां बटोरीं।