सफल होती थी बनाई गई योजना
शेन वॉर्न की तारीफ करते हुए युसुफ पठान ने कहा, ''उनके जैसा कप्तान ही रॉयल्स को आईपीएल खिताब के लिए प्रेरित कर सकता है। टूर्नामेंट का पहला खिताब उन्होंने राजस्थान की झोली में डालकर सबको हैरान कर दिया था।'' बहुत से लोगों का मानना है कि यह शेन वॉर्न की मैदान पर उपस्थिति थी, जिसने राजस्थान को यह सफलता दिलवाई। पठान ने कहा, ''मैं शेन वॉर्न की कप्तानी में तीन साल खेला। उनसे जुड़ी बहुत सी यादें हैं। वह मैच से पहले बल्लेबाज को आउट करने का तरीका बताते थे। फिर हम उन्हीं की योजना पर काम करते हुए इसे अंजाम भी देते थे।''
कमाल की है लीडरशिप
वॉर्न को दुनिया का सबसे बेहतरीन लेग स्पिनर माना जाता है। टेस्ट में 708 और वनडे में 293 विकेट लेने वाले वॉर्न के पास गजब की विविधता थी। पठाने ने आगे बताया कि कम रिसोर्स में भी किस तरह जीत हासिल की जा सकती है, यह शेन वॉर्न से सीखना चाहिए। उनकी लीडरशिप कमाल की है। युसूफ पठान वॉर्न के नेतृत्व में महज तीन साल खेलने को दुर्भाग्यशाली मानते हैं। घरेलू क्रिकेटरों का इंटरनेशल खिलाड़ियों के साथ खेलना अच्छा होता है। वॉर्न ने अपवाद के रूप में आईपीएल के उद्घाटन सेशन में शानदार काम किया।
बिना बड़े खिलाड़ी के टीम ने खिताब जीता
युसूफ ने आगे बात करते हुए कहा, ''दुर्भाग्य से मैं शेन वॉर्न के साथ केवल तीन साल ही खेल पाया। बिना किसी बड़े खिलाड़ी के टीम ने खिताब जीता। हमारी टीम में बहुत से घरेलू क्रिकेटर थे। केवल वॉर्न जैसा कप्तान ही यह करिश्मा कर सकता था कि राजस्थान रॉयल्स की टीम खिताब जीती।'' शेन वॉर्न 2011 तक आईपीएल खेले। उन्होंने 55 मैचों में 57 विकेट लिए।