IPL में खेल सकते थे सिर्फ 4 मैच
युवराज की इस साल आईपीएल में मुबंई इंडियंस की तरफ से बोली लगी थी वो भी आखिरी समय। उन्होंने आईपीएल के शुरू होने से पहले ही साफ कह दिया था कि अगर उनकी फाॅर्म बरकरार नहीं रही तथा विश्व कप का हिस्सा नहीं बने तो वह संन्यास ले लेंगे। युवराज केवल 4 मैच खेलने के लिए मिले और बाकि का पूरा सीजन उन्हे बेंच पर ही बैठना पड़ा। बीसीसीआई के सीनियर अधिकार ने हाल में कहा था कि युवराज सिंह अंतरराष्ट्रीय के साथ फर्स्ट-क्लास क्रिकेट से सन्यांस लेने के बारे में भी सोच रहे है।
विदेशी टी-20 लीग खेलने के मिले हैं ऑफर
हाल में उन्हे कुछ विदेशी टी-20 लीग खेलने के लिए ऑफर भी आए है तो ऐसे में वह सन्यांस लेने के बाद वहां खेलते दिख सकते है। बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने हाल में बताया था कि युवराज अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास के बारे में सोच रहे हैं। इसकी जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘वह बीसीसीआई से बात करना चाहेंगे और जीटी20 (कनाडा) और आयरलैंड व हॉलैंड में यूरो टी20 स्लैम में खेलने के बारे में चीजें स्पष्ट करना चाहेंगे, क्योंकि उन्हें इसमें खेलने की पेशकश मिल रही हैं।'
कैंसर के बावजूद दिलाया था विश्व कप
इस आलराउंडर ने साल 2000 में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था। यह कह सकते है कि उनके बिना 2011 विश्वकप जीतना आसान नही था। उन्होने 2007 टी-20 विश्वकप में भी अहम भूमिका निभाई थी और वह अब तक केवल एकमात्र खिलाड़ी ऐसे है जिन्होने टी-20 प्रारूप में एक ओवर में 6 छक्के लगाए है। इसके बाद इस 37 वर्षीय खिलाड़ी ने कैंसर ,से लड़ते हुए भारत को 2011 विश्व कप जितवाया व मैच ऑफ द टूर्नामेंट रहे। उन्होंने भारत के लिए आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2017 में खेला था।