कई दिग्गजों को मैदान पर नहीं मिली विदाई
युवराज सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह दिया है लेकिन BCCI से प्रोफेशनल क्रिकेट खेलने की अनुमति मांगी है। भारत में कई ऐसे क्रिकेट दिग्गज हैं जिन्होंने टीम इंडिया के लिए एक से एक यादगार परियां खेलीं लेकिन उन्हें मैदान पर अपने प्रशंसकों के सामने विदाई का मौका नहीं मिला। राहुल द्रविड़, वी.वी.एस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग ऐसे कई दिग्गज हैं जिन्होंने देश को कई यादगार लम्हें दिए लेकिन BCCI उन्हें विदाई का एक यादगार लम्हा नहीं दे पाई जिसे वो जीवनभर याद रख सकें। युवराज ने जब संन्यास की घोषणा की तो उनसे क्या BCCI ने आपको आखिरी मैच खेलने का ऑफर दिया था, जानिए क्या था उनका जवाब।
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यो-यो टेस्ट पर युवी करेंगे बड़ा खुलासा
युवराज सिंह ने संन्यास की घोषणा के बाद टीम इंडिया में शामिल होने के लिए सबसे बड़े मापदंड और कंट्रोवर्सी में रहे यो-यो टेस्ट के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा "मेरे पास अब इन चीजों पर बात करने के लिए काफी समय है और कहने के लिए भी बहुत कुछ है। मैं इस मुद्दे पर अभी कुछ नहीं कहूंगा क्योंकि अभी टीम इंडिया वर्ल्ड कप खेल रही है और मैं अभी नहीं चाहता कि किसी तरह की कोई कंट्रोवर्सी हो। मैं चाहता हूँ कि वो बेस्ट फ्रेम ऑफ माइंड में रहें और अंतिम चार में पहुंचे। मेरा समय आएगा और मैं इस पर बोलूंगा। मैं ने इसलिए संन्यास लिया है कि मैं आगे बढ़ना चाहता हूँ। इन सभी चीजों के बारे में बात करने के लिए मेरे पास काफी वक्त है।
क्या युवराज को मिला था ऑफर
मीडिया से बातचीत के दौरान युवराज ने बताया कि "उन्होंने BCCI में किसी भी शख्स से अपने आखिरी मैच के लिए नहीं कहा, युवी ने कहा कि उन्हें BCCI न कहा था कि "अगर आप यो-यो टेस्ट पास नहीं कर पाते हैं तो हम आपके लिए एक मैच की व्यवस्था कर सकते हैं, जिस पर युवराज ने कहा "मुझे किसी रिटायरमेंट मैच की जरूरत नहीं है, अगर मैं यो-यो टेस्ट पास नहीं कर पाऊंगा तो घर चला जाऊंगा। मैं ने यो-यो टेस्ट भी पास किया और आगे उनका कॉल है।" आपको बता दें युवराज ने यो-यो टेस्ट पास किया था लेकिन अगस्त 2017 में टीम में शामिल नहीं किया गया था।
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दो साल पहले खेला था आखिरी ODI
युवराज सिंह ने लगभग 17 साल तक क्रिकेट खेला और पिछले दो सालों से वो टीम में नहीं चुने जा रहे थे। अपनी फील्डिंग, स्ट्रोक मेकिंग के लिए विश्व क्रिकेट में विख्यात युवी को शॉट फॉर्मेट का बेताज बादशाह कहा जाता है। भारतीय टीम को टी-20 वर्ल्ड कप (2007) और 2011 वर्ल्ड कप चैंपियन बनाने वाले इस खिलाड़ी ने साल 2017 के चैम्पियंस टॉफी में इंग्लैंड के खिलाफ अपने ODI करियर का सर्वाधिक रन बनाया था। उन्होंने कटक में 127 गेंदों में 150 रनों की पारी खेली जिसमें 21 चौके और 3 छक्के शामिल थे। युवी को विंडीज के दौरे पर भी 2017 में चुना गया था लेकिन 30 जून को खेले गए मैच के बाद कभी उन्हें फिर से ब्लू जर्सी पहनने का मौका नहीं मिला।
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