यह कमाल करने वाले एकलौते हैं युवी
युवराज ODI क्रिकेट से लंबे समय से दूर थे और उनकी वापसी मुश्किल होती जा रही थी शायद तभी उन्होंने अपने 17 साल के क्रिकेटिंग करियर को अलविदा कहने का मन बना लिया था। क्रिकेट जगत में अगर सचिन और द्रविड़ सदियों में एक बार जन्म लेते हैं तो यह कहना भी अतिश्योक्ति नहीं होगी कि शायद भारतीय क्रिकेट को युवराज भी एक ही मिले हैं। शॉर्टर फॉर्मेट के बेताज बादशाह कहे जाने युवराज, विश्व क्रिकेट के पहले ऐसे ऑल राउंडर हैं जिनके नाम के आगे किसी वर्ल्ड कप में 300 से अधिक रन और 15 विकेट लेने की उपलब्धि सुशोभित है। क्रिकेट के इस दिग्गज ने जब मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस खेल को अलविदा कहने की घोषणा की तब उन्होंने अपनी तीन बेस्ट पारियों का जिक्र किया जिसे हर क्रिकेट प्रशंसक जानना चाहेंगे।
READ MORE : BCCI के 'आखिरी मैच' के ऑफर और यो-यो टेस्ट पर युवराज का बड़ा खुलासा
युवराज के 3 बेस्ट क्रिकेटिंग मोमेंट
युवराज को उनके स्टाइलिस्ट शार्ट की वजह से "क्रिकेट के पिकासो" की संज्ञा जाती थी। क्रिकेट के इस खब्बू बल्लेबाज ने अपनी तीन स्पेशल पारियों का जिक्र करते हुए बताया कि "मैं खुद को बहुत सौभाग्यशाली मानता हूं कि मैं ने भारत के लिए 400 से अधिक मैच खेले,बतौर क्रिकेटर जब मैं ने अपने करियर की शुरूआत की तब कभी इस बात की कल्पना भी नहीं कर सकता था कि मैं टीम इंडिया के लिए इतने मैच खेल पाऊंगा। क्रिकेट और फैंस को अलविदा कहने के लिए शूट किए VIDEO, SteppingOut में युवी ने अपने तीन बेस्ट क्रिकेटिंग मोमेंट का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि "मेरे लिए तीन बेस्ट मोमेंट में 2011 विश्व कप की जीत सबसे टॉप पर है, दूसरा स्टुअर्ट ब्रॉड की 6 गेंदों पर 6 छक्के जड़ना (2007 वर्ल्ड कप) और तीसरे नंबर पर लाहौर में जड़ा पहला टेस्ट शतक (2004) है।"
READ MORE : 'आखिरी सांस तक क्रिकेट से रहेगा प्यार', संन्यास के बाद भावुक युवराज ने क्या कहा
यह था युवी का 'वर्स्ट मोमेंट'
क्रिकेट के इस लीजेंड ने क्रिकेट के उस मोमेंट का भी जिक्र किया जब उन्हें लगा था कि उनका क्रिकेट करियर खत्म हो चुका है। युवराज ने कहा कि 2014 टी-20 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच मेरे क्रिकेटिंग करियर का सबसे खराब क्षण था जब मैं अपनी टीम के लिए 21 गेंदों में महज 11 रन बना सका और टीम हार गई थी। यह इतना दुखद था कि मुझे लगा कि मेरा करियर अब खत्म हो चुका है। लोगों ने मेरा क्रिकेटिंग करियर खत्म मान लिया था लेकिन डेढ़ साल बाद घरेलू क्रिकेट में ढेर सारे रन बनाने के बाद मुझे टी-20 में वापसी का मौका मिला और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में अंतिम 2 गेंदों पर चौका और छक्का जड़ने के बाद मुझे मेरा आत्मविश्वास वापस मिला।
READ MORE : युवराज सिंह के संन्यास पर किम शर्मा ने ट्वीट करके इस तरह से दी बधाई