नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह को विदाई मैच नहीं मिला। उन्होंने पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से उस समय संन्यास का ऐला किया जब उन्हें वापसी की उम्मीद नहीं रही। उन्हें इस बात का दुख है कि उन्हें विदाई मैच नहीं मिला। उनको लगता है कि करियर के अंत में उन्हें इज्जत नहीं मिली और बीसीसीआई का उनके साथ रवैया गैर पेशेवर रहा। युवराज ने एक स्पोर्ट्स वेबसाइट से बातचीत में कुछ पूर्व खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुए कहा कि करियर के अंत में उन्हें वैसा सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम लोगों के साथ अनप्रोफेशनल व्यवहार हुआ। इसमें हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं। युवराज ने आगे कहा कि इन खिलाड़ियों के साथ सही बर्ताव नहीं हुआ। हालांकि, मुझे यह देखकर हैरानी नहीं हुई, क्योंकि यह भारतीय क्रिकेट का हिस्सा है। मैंने इससे पहले भी ऐसा होते देखा है। इस पूर्व ऑलराउंडर ने कहा कि भविष्य में भारत के लिए लंबे वक्त तक खेलने वाले क्रिकेटर, जो मुश्किल हालात से गुजरा हो, उसे आपको सम्मान देना चाहिए।
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गौतम गंभीर जिन्होंने हमें दो वर्ल्ड कप जिताए। सहवाग, जिन्हें सुनील गावस्कर के बाद टेस्ट में देश का सबसे बड़ा मैच विनर माना जाता है। जहीर ने 350 विकेट लिए। कम से कम ऐसे खिलाड़ियों को तो इज्जत मिलनी चाहिए।
19 साल भारत के लिए खेलने के बाद युवराज ने पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया था। लेकिन उन्हें, जहीर और सहवाग को कोई फेयरवेल मैच नहीं खेलने को मिला। वे 2017 में भारत के वेस्टइंडीज दौरे पर आखिरी बार खेले थे। इसी साल की शुरुआत में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज में टीम इंडिया में फाइनल कमबैक किया था। उसी सीरीज में उन्होंने वनडे में अपने करियर की सबसे बड़ी 150 रन की पारी खेली थी।