नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम के गेंदबाज बुरी तरह से विफल हुए हैं। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के सामने टीम के एक भी गेंदबाज की नहीं चली। टीम के शीर्ष गेंदबाज हार्दिक पांड्या और मोहम्मद शमी टीम को ना तो पॉवरप्ले में कोई सफलता दिला सके और ना ही किफायती गेंदबाजी कर सके। तेज गेंदबाजों के विफल होने के बाद स्पिन गेंदबाजों से उम्मीद थी कि वह टीम की नैय्या पार लगाएंगे लेकिन टीम के स्पिन गेंदबाजों ने भी कंगारू हमले के सामने अपने हथियार डाल दिए। युजवेंद्र चहल जिन्होंने आईपीएल में शानदार गेंदबाज की वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरी तरह से फ्लॉप नजर आए।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में चहल के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हुआ है। वनडे क्रिकेट में किसी भी भारतीय स्पिन गेंदबाज द्वारा सर्वाधिक रन खर्च करने का रिकॉर्ड युजवेंद्र चहल के नाम दर्ज हो गया है। शुक्रवार को खेले गए पहले वनडे मैचो में 10 ओवर में 89 रन लुटाए और सिर्फ एक विकेट ले सके। चहल ने मार्कस स्टॉयनिस को पवेलियन भेजा और वह अपना खाता भी नहीं खोल पाए। इससे पहले पीयूष चावला के नाम वनडे में एक मैच में सर्वाधिक रन लुटाने का रिकॉर्ड दर्ज था। उन्होंने 2008 में 10 ओवर में 85 रन खर्च किए थे।
पहले मैच में शर्मनाक रिकॉर्ड बनाने के बाद युजवेंद्र चहल दूसरे मैच में भी बिल्कुल बेअसर नजर आए। कप्तान कोहली ने चहल से उनके 10 ओवर भी नहीं पूरे कराए। चहल ने 9 ओवर में 71 रन लुटाए और एक भी विकेट नहीं ले सके। चहल को कप्तान कोहली ने अहम मौकों पर गेंद थमायी ताकि वह टीम को ब्रेकथ्रू दिलाए लेकिन उन्होंने कप्तान को निराश किया। जिसकी वजह से कोहली को छठे गेंदबाज की तलाश में गेंद को मयंक अग्रवाल को गेंद थमानी पड़ी। लेकिन मयंक अग्रवाल ने एक ओवर में 10 रन दे दिए और एक भी विकेट नहीं ले सके। वहीं लंबे समय से गेंदबाजी से दूर हार्दिक पांड्या को भी कप्तान कोहली ने गेंद थमायी और उन्होंने 4 ओवर में 24 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया।
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