नई दिल्ली। टीम इंडिया के स्टार स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल ने ऐसा बयान दिया है जिसकी वजह से वह चर्चा में आ गए हैं। चहल ने कहा कि वह आईपीएल 2021 से ब्रेक लेने की सोच रहे थे। 4 मई को आईपीएल का यह सीजन कोरोना के चलते सस्पेंड हो गया था, लेकिन आईपीएल के सस्पेंड होने से पहले ही युजवेंद्र चहल आईपीएल से ब्रेक लेने के बारे में सोच रहे थे। स्पोर्ट्स तक को दिए इंटरव्यू में चहल ने कहा कि उनके माता-पिता कोरोना से संक्रमित थे और वह अपने खेल पर ध्यान नहीं दे पा रहे थे, यही वजह है कि वह आईपीएल से ब्रेक लेना चाहते थे।
चहल ने कहा कि जब मुझे इस बात की जानकारी मिली कि मेरे माता-पिता कोरोना संक्रमित हैं तो मैं आईपीएल से ब्रेक लेने के बारे में सोच रहा था क्योंकि खेल पर ध्यान दे पाना मुश्किल हो रहा था, मेरे माता-पिता घर पर अकेले थे। वो 3 मई को कोरोना से संक्रमित हो गए थे, लेकिन इसके बाद आईपीएल ही सस्पेंड हो गया। बता दें कि चहल की मां कोरोना से अब ठीक हो चुकी हैं, लेकिन चहल के पिता की तबीयत खराब हो गई थी और उन्हें गुरुग्राम के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
युजवेंद्र चहल ने बताया कि मेरे पिता का ऑक्सीजन लेवल 85 तक पहुंच गया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन अब वह ठीक होकर घर लौट आए हैं, हालांकि उनका कोरोना टेस्ट अभी भी पॉजिटिव आया है लेकिन अच्छी बात यह है कि उनका ऑक्सीजन लेवल अब 95 है, जोकि हमारे लिए राहत की बात है। अभी उन्हें पूरी तरह से ठीक होने में 7-8 दिन लग सकते हैं। इस साल के अंत में होने वाले टी-20 विश्वकप को लेकर चहल ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि भारतीय टीम इस बार विश्वकप जीत सकती है और वह विश्वकप की नंबर 1 दावेदार है।
गौर करने वाली बात है कि आईपीएल के सस्पेंड होने के बाद बीसीसीआई के सामने दो बड़ी चुनौती है, पहली चुनौती आईपीएल के बचे हुए मैचों का आयोजन है तो दूसरी बड़ी चुनौती है टी-20 विश्वकप का आयोजन कराना। टी-20 विश्वकप के आयोजन की जिम्मेदारी इस बार भारत के पास है। हालांकि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली पहले ही साफ कर चुके हैं कि आईपीएल के बाकी के बचे हुए मैच भारत में नहीं कराए जाएंगे। ऐसे में संभव है कि टी-20 विश्वकप भी भारत में नहीं कराया जाएगा। हालांकि इसपर अंतिम फैसला एसजीएम की बैठक के बाद लिया जाएगा। माना जा रहा है कि टी-20 विश्वकप का आयोजन यूएई में कराया जा सकता है।