155 रन पर अफगानिस्तान को समेटा
करियर का आखिरी मैच खेल रहे मसकाद्जा ने टॉस हार गए थे और पहले गेंदबाजी करने आए लेकिन तेज गेंदबाज क्रिस मपोफु (30 रन पर 4 विकेट) की बदौलत अफगानिस्तान की टीम को 9 विकेट के नुकसान पर 155 रनों के अंदर सीमित करने में कामयाब रहे।
अफगानिस्तान के लिए विकेटकीपर रहमनुल्लहा गुरबाज (61) और हजरतुल्लाह जजई (31) ने पहले विकेट के लिए 83 रन जोड़ कर शानदार शुरुआत दिलाई। गुरबाज ने 47 गेंद की पारी में 4 चौके और 4 छक्के लगाए जबकि जजई ने 24 गेंद में 3 चौके और 2 छक्के जड़े। इस जोड़ी के टूटने के बाद टीम लगातार अंतराल पर विकेट गंवाते रही। मपोफु के अलावा जिम्बाब्वे के लिए सीटी मुतोंबोदजी ने 2 विकेट झटके।
मसाकाद्जा ने खेली रिकॉर्ड पारी
वहीं दूसरी पारी में जिम्बाब्वे के लिए कप्तान मसाकाद्जा ने अच्छी शुरुआत दिलाई। उन्होंने 42 गेंद की पारी में 4 चौके और 5 छक्के जड़े। उन्होंने सलामी बल्लेबाज ब्रेंडन टेलर (19 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 40 रन जोड़ने के बाद रेगिस चाकाब्वा (39 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 70 रन जोड़े। सीन विलियम्स ने इसके बाद नाबाद 21 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। अफगानिस्तान के लिए मुजीब उर रहमान ने दो और दौलत जादरान ने एक विकेट लिया।
संन्यास पर खिलाड़ियों ने दिया खास सम्मान
जिम्बाब्वे के लिए यह इस टूर्नामेंट की पहली और आखिरी जीत है क्योंकि जिम्बाब्वे की टीम फाइनल की रेस से पहले ही बाहर हो चुकी है। जिम्बाब्वे ने अफगानिस्तान की ओर से दिए गए 156 रनों के लक्ष्य को 3 विकेट खोकर महज 19.3 ओवर में हासिल कर लिया।
मैच के बाद जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों ने मसाकद्जा को अनोखे अंदाज में बधाई दी और देश के लिए उनकी सेवाओं का भी धन्यवाद किया। मैदान पर एक बार फिर खेल भावना देखने को मिली जब विपक्षी टीम के हर खिलाड़ी ने मसाकद्जा को उनकी बेहतरीन पारी और जीत के लिए धन्यवाद किया।