नई दिल्ली। सदी के महान फुटबॉलर कहे जाने वाले अर्जेंटीना के लियोनल मेसी पर सभी की निगाहें होंगी। कह सकते हैं कि ये मेसी का आखिरी वर्ल्ड कप है। फुटबॉल जगत के सुपर स्टार लियोन मेसी अपने क्लब बार्सिलोना को तो विश्व के सभी खिताब दिला चुके हैं, लेकिन वह अभी तक अपने देश अर्जेंटीना को विश्व कप की ट्रॉफी नहीं दिला सके हैं। अब उनके पास संभवत: यह आखिरी मौका है, क्योंकि अगले विश्व कप तक खेलना उनके लिए मुश्किल काम है। खैर,.. शनिवार को अर्जेंटीना अपने पहले मुकाबले में आइसलैंड के खिलाफ खेलने उतरेगी। विश्व कप में पहली बार खेलने आई आइसलैंड की टीम जब विश्व कप के ग्रुप-डी मुकाबले में उतरेगी तो उसके सामने मेसी मैजिक को रोकने की चुनौती रहेगी।
अर्जेंटीना में मेसी जैसा दिग्गज खिलाड़ी है, जो फुटबाल के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में गिना जाता है, लेकिन पदार्पण कर रही आइसलैंड के पास मेसी के स्तर के आसपास का भी कोई खिलाड़ी नहीं है। ऐसे में आइसलैंड अगर किसी तरह इस मैच को ड्रॉ भी करा पाती है तो उसके लिए यह बड़ी सफलता साबित होगी। वर्ल्ड कप में जनसंख्या के आधार पर सबसे छोटे देश आइसलैंड में हालांकि उलटफेर करने का दम है। इस टीम ने 2016 यूरोपीय चैम्पियनशिप के प्री-क्वॉर्टर फाइनल में इंग्लैंड को 2-1 से हराया था। टीम के कोच हेमिर हॉलग्रिम्सन हैं, जो पेशे से डेनटिस्ट हैं। उनके आने के बाद से टीम में लगतार सुधार किया है।
अर्जेटीना का क्वालीफाइंग का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और एक समय उस पर विश्व कप से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन मेसी ने इक्वाडोर के खिलाफ हैट्रिक लगाकर अपनी टीम को रूस का टिकट दिलाया था। अर्जेंटीना की टीम मेसी पर किस कदर निर्भर है इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि क्वालीफाइंग के बाद उसने स्पेन और नाइजीरिया के खिलाफ जो दो मैच गंवाए उन दोनों में यह स्टार स्ट्राइकर नहीं खेल पाया था। मेसी 2014 में विश्व कप जीतने का अपना सपना पूरा करने के करीब पहुंचे थे, लेकिन फाइनल में जर्मनी के हाथों 0-1 की हार उन्हें अब भी परेशान करती होगी।
आइसलैंड के टीम के अहम खिलाड़ी की बात की जाए, तो जिल्फि सिगर्डसन हैं। घुटने की चोट ने हालांकि उन्हें परेशान कर रखा है और इसी कारण हो सकता है कि वह पूरी देर मैदान पर नहीं दिखें। अर्जेंटीना का दारोमदार मेसी पर ही है, लेकिन ऐसा नहीं है कि मेसी के दम पर ही यह टीम है। मेसी के अलावा एंजेल डी मरिया, सर्जियो एग्युरो, गोंजालो हिग्युएन भी इस टीम के अहम सदस्य हैं। हालांकि चोटिल गोलकीपर सर्जियो रोमेरो और फॉरवर्ड मैनुएल लांजिनी के विश्व कप से बाहर होने से 30 वर्षीय मेसी की जिम्मेदारी अधिक बढ़ गई है। जॉर्ज साम्पोली की टीम अर्जेंटीना को हालांकि मैच में पूरा दमखम लगाना होगा। साम्पोली टीम को 3-3-4 की फॉर्मेशन में खिलाना चाहेंगे, क्योंकि उनकी निगाह ज्यादा गोल के अंतर से जीत दर्ज करने की रहेगी। वहीं, आइसलैंड डिफेंस को ध्यान में रखकर 4-4-2 की फॉर्मेशन से खेल सकती है।
अर्जेंटीना vs आइसलैंड - 6.30PM - मास्को (स्पार्टक)