नई दिल्ली। अर्जेंटीना और बार्सिलोना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी ने सोमवार को छठी बार फीफा के फुटबॉलर ऑफ द ईयर खिताब पर कब्जा किया है। उन्होंने इस मामले में पुर्तगाल और जुवेंटस के क्रिस्टियानो रोनाल्डो को पीछे छोड़ा है। रोनाल्डो ने पांच बार इस खिताब पर कब्जा किया है। इस खिताब को पाने की दाैड़ में नीदरलैंड और लिवरपूल के फुटबाॅलर वर्जिल वान दिक भी शामिल थे।
मेसी ने अपने अभी तक के करियर में ऐसे कई कृतिमान रचे हैं जिनके आस-पास कोई इतनी आसानी से नहीं पहुंच सकता। उन्होंने इससे पहले 2009, 2010, 2011, 2012 और 2015 में फीफा 'फुटबॉलर ऑफ द ईयर' खिताब अपने नाम किया था। पिछली बार क्रोएशिया के लुका मोदरिच यह पुरस्कार जीतकर मेसी और रोनाल्डो के पिछले दस साल से चले आ रहे वर्चस्व को तोड़ा था। पर इस बार वह शीर्ष तीन में जगह नहीं बना सके।
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दिक ने पिछले महीने ही मेसी और रोनाल्डो को पछाड़कर यूएफा के साल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीता था। वह यह पुरस्कार पाने वाले पहले डिफेंडर बने थे। लिवरपूल ने मई में टॉटेनहम को हराकर यूरोपियन खिताब जीता था। लिवरपूल के बॉस जुर्गेन क्लॉप ने फीफा के सर्वश्रेष्ठ कोच का पुरस्कार जीता। क्लॉप के मार्गदर्शन ने लिवरपूल ने टॉटेनहम को 2-0 से हराकर 15 साल बाद चैंपियंस लीग का खिताब जीता था। क्लॉप ने मैनचेस्टर सिटी के पेप गार्डियोला और टॉटेनहम के मौरिसियो को पछाड़कर यह पुरस्कार जीता। लिवरपूल के एलिसन ने सिटी के एंडरसन और बार्सिलोना के मार्क आंद्रे टेर को पछाड़ते हुए सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का पुरस्कार हासिल किया।
वहीं, महिला खिलाड़ियों में पहली बार फीफा 'वुमन फुटबॉलर ऑफ द ईयर' का खिताब मेगन रपिनो ने जीता। बेस्ट महिला गोलकीपर का अवॉर्ड नीदरलैंड की खिलाड़ी वैन वीनेदाल को मिला है। अमेरिकी टीम की कोच जिल एलिस को 'सर्वश्रेष्ठ महिला कोच' का अवॉर्ड मिला।