नई दिल्ली। जब सवाल आता है कि फुटबाॅल जगत में माैजूदा समय में काैन महान खिलाड़ी है तो दर्शकों की जुबां पर ज्यादातर 2 नाम ही आते हैं। एक लियोनेल मेस्सी तो दूसरा पुर्तगाल के स्टार क्रिस्टियान रोनाल्डो का। हालांकि, इन दोनों में से काैन महान है इसका आंकलन करना मुश्किल हैं क्योंकि दोनों ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं वो उनकी महानता को दर्शाती हैं। लेकिन रोनाल्डो ने बुधवार को स्वीकार किया कि मेस्सी के साथ उनकी लंबे समय से प्रतिद्वंद्विता ने उन्हें "एक बेहतर खिलाड़ी" बना दिया है और उन्हें अर्जेंटीना के इस महान खिलाड़ी के साथ "स्वस्थ" प्रतिद्वंद्विता का आनंद मिलता है।
हालांकि उन्होंने साथ ही ये भी माना कि वह और मेसी एक-दूसरे के साथ कभी मिले जुले नहीं नहीं है। रोनाल्डो पिछले साल स्पेन के क्लब रियाल मैड्रिड को छोड़कर इटली के युवेंटस से जुड़े थे। रोनाल्डो ने एक टीवी चैनल से बातचीत के दाैरान कहा कि मैं मेस्सी की उपलब्धियों का मुरीद हूं। वह मेरे स्पेन छोड़ने से काफी दुखी हैं। वो इसलिए क्योंकि उन्हें भी मेरे साथ होने वाली प्रतिद्वंद्विता में मजा आता था। रोनाल्डो के अनुसार, ये अच्छी प्रतिद्वंद्विता थी। माइकल जॉर्डन के भी बास्केटबॉल में प्रतिद्वंद्वी रहे। आर्यटन सेना और एलेन प्रोस्ट के फॉर्मूला वन में भी प्रतिद्वंद्वी रहे। ये सभी स्वस्थ प्रतिद्वंद्विताएं थीं।
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रोनाल्डो ने कहा कि मेस्सी से मेरे बेहतरीन पेशेवर संबंध रहे हैं। हमने कभी साथ में डिनर नहीं किया, लेकिन इस बात में कोई संदेह नहीं है कि हम भविष्य में ऐसा जरूर कर सकते हैं। मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई भी परेशानी है। आखिर हमारी आपसी प्रतिद्वंद्विता के चलते मैंने उन्हें और उन्होंने मुझे बेहतर फुटबॉलर बनाया है। वहीं जब संन्यास को लेकर उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने संकेत दिए कि वो अगले साल अपना करियर खत्म कर सकते हैं। 34 साल के रोनाल्डो ने कहा, 'मैं उस बारे में नहीं सोचता। शायद मैं अपना करियर अगले साल समाप्त कर सकता हूं या फिर मैं 40 या 41 साल तक भी खेल सकता हूं।'