नई दिल्लीः स्पेन की टीम ने क्रोएशिया के खिलाफ मुकाबले में अपने ही गोलपोस्ट में गेंद दागकर बड़ी गलती कर दी। यह आत्मघाती गोल टीम के गोलकीपर उनाई सिमोन की बड़ी गलती के चलते हुआ। वे गेम के 20वें मिनट में एक बैकपास को कंट्रोल करने में नाकामयाब रहे और गेंद आहिस्ता-आहिस्ता नेट में चली गई। स्पेन ने तब तक मैच में पकड़ बनाई हुई थी लेकिन आत्मघाती गोल के चलते क्रोएशिया को 1-0 की लीड मिल गई। यह यूरो 2020 में किया गया 9वां आत्मघाती गोल था। हालांकि आत्मघाती गोल खाने के बाद भी स्पेन ने शानदार तरीके से खुद को फाइट में वापस लेने में कामयाबी हासिल की और वे मैच में 3-1 की बढ़त बनाने में कामयाब रहे।
इस बीच, अभी तक अपराजित स्वीडन चुपचाप यूरोपीय चैम्पियनशिप में 16 के दौर में आगे बढ़ गया है। उनके कोच का कहना है कि वह अब खिलाड़ियों पर चिल्लाते नहीं है क्योंकि यह उन्हें बेहतर नहीं बनाता है। क्वार्टर फाइनल में स्वीडन का अगला मुकाबला मंगलवार को ग्लासगो में यूक्रेन से होगा।
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स्वीडन के कोच जेन एंडर्सन कहते हैं, "लोगों पर चिल्लाना शायद ही कभी कुछ ऐसा होता है जो उनकी मदद करता है इसलिए मैं काम करने के तरीके में विश्वास नहीं करता। मैं उन्हें समझाना पसंद करता हूं कि वे कहां गलत कर रहे हैं और वे कैसे सुधार कर सकते हैं।"
पिछले हफ्ते स्वीडन की 3-2 से जीत के दौरान एंडरसन का पोलैंड के कोचिंग स्टाफ से टकराव हुआ था। एंडरसन कहते हैं कि विरोधियों पर चिल्लाना दूसरी बात है।
जहां तक मैच की बात है तो यह 8 गोलों का एक दिलचस्प मुकाबला था जिसमें स्पेन ने 5-3 से जीत हासिल करने में कामयबी हासिल की। स्पेन एक समय 3-1 से लीड ले चुका था लेकिन बाद में दो गोल विपक्षी टीम से हुए और मैच अतिरिक्ट समय में चला गया जहां पर ला रोजा ने 3 मिनट के अंदर दो गोल दागकर टीम को जीत दिला दी।