नई दिल्ली। यूरोप में अपनी किस्मत आजमाने के बाद लालियानजुआला चांग्ते स्वदेश लौट आए हैं। देश में मौजूद प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में सबसे कम उम्र के चांग्ते अब हीरो इंडियन सुपर लीग में अपना ध्यान अपनी टीम चेन्नइयन एफसी पर लगाना चाहते हैं। चांग्ते ने लीग के छठे सीजन से पहले आईएसएल मीडिया से बात की। जानिए मीडिया द्वारा किए गए कुछ सवाल और उनके जवाब-
ऐसे में जबकि देश के लगभग सभी क्लब आपसे करार को इच्छुक हैं, आपने चेन्नइयन एफसी को क्यों चुना?
मुझे लगा कि यह मेरे लिए श्रेष्ठ टीम है। चेन्नइयन ने मुझ में सबसे अधिक रुचि दिखाई। इससे मुझे खुशी हुई। कोच ने भी मुझे फोन किया और कहा कि उनके फ्यूचर प्लांस क्या हैं। वह मेरे विकास में मेरी मदद करना चाहते हैं और इसी कारण मैं इस क्लब का शुक्रगुजार हूं।
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आपने नार्वे के क्लब वाइकिंग एफसी के लिए ट्रायल दिया? अब आपका यूरोपीयन ड्रीम क्या है?
नार्वे में वाइकिंग एफसी के साथ मेरा अनुभव शानदार रहा। अभी मैं चेन्नइयन एफसी पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि मेरा क्लब फिर से आईएसएल खिताब जीते। एक खिलाड़ी के तौर पर मैं एक न एक दिन यूरोप में खेलने की इच्छा रखता हूं लेकिन अभी अभी मैं अपने क्लब और देश के लिए अभ्यास और प्रशिक्षण पर ध्यान लगाना चाहता हूं।
बीते सीजन में चेन्नइयन एफसी अंतिम रहा था। वह क्या है जो आपको भरोसा दिलाता है कि यह क्लब वापसी करेगा?
बीते सीजन में क्लब ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था लेकिन वह अब इतिहास की बात है। हमने कुछ नए खिलाड़ियों के साथ करार किया है और अभी टीम की हालत अच्छी है। स्टाफ काफी हम्बल है और टीम के साथ काफी मेहनत कर रहा है। सबसे जरूरी बात यह है कि हमारे पास एक ऐसा कोच है, जो खिताब जीत चुका है और क्लब को फिर से शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए प्रेरित कर रहा है। और क्लब वहां पहुंचना डिजर्ब करता है। यही हम इस साल करना चाहते हैं। हमारी टीम अच्छी है और कोई कारण नहीं दिखता कि हम वापसी न कर सकें।
दिल्ली डायनामोज के साथ आपका अनुभव कैसा रहा है?
दिल्ली की टीम ने मुझमें अपना भरोसा जताया था। वह मेरे लिए सच्चे ब्रेकथ्रू की तरह था। मैं इसके लिए शुक्रगुजार हूं। मेरे प्रति पूरे बैकरूम स्टाफ का रवैया काफी अच्छा था। मैं समझता हूं कि उनकी मदद के बगैर मैं आज वह नहीं बन पाता जो हूं।
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आपने भारत के लिए 2015 में डेब्यू किया था। उस समय आप काफी युवा थे। क्या इतनी जल्दी शुरुआत करने के बावजूद आप अपना महत्व खोते जा रहे हैं?
मैंने डेब्यू पर 2015 में सैफ चैम्पियनशिप में गोल किया था। उसके बाद से मैंने कई उतार चढ़ाव देखे और बीते कुछ सालों में मैंने सकारात्मक रहते हुए मेहनत करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
इगोर स्टीमाक के साथ काम करने का अनुभव कैसा है?
वह एक महान कोच हैं। वह खिलाड़ियों को समझते हैं। वह खिलाड़ियों के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना जगा रहे हैं। इससे हर कोई अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करेगा और किसी को टीम में मुफ्त में जगह नहीं मिलेगी। अगर आप ट्रेनिंग ग्राउंड पर अच्छा करते हैं तो आप चाहें युवा हों या अनुभवी, आप खेलेंगे। वह हमारे अंदर की सबसे अच्छी बातें सामने ला रहे हैं।
कतर के खिलाफ मिला अंक काफी यादगार है?
वह शानदार परिणाम था। वह देश को खुशी प्रदान करने वाला मैच था। मैं एक टीम प्लेअर हूं और मेरा मकसद परिणाम होता है। मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैदान में कौन उतरा। एक व्यक्ति होने के नाते मैं हर दिन मेहनत करता हूं और सुधार की गुंजाइश रखता हूं। कतर के खिलाफ मिले अंक को हमारे अंदर का अंश कहा जा सकता है लेकिन हम अब आगे के मैचों में जीत हासिल करने के लिए जी-जान से जुटे हैं।