लादेन ने बांटी फीफा के दौरान शराब यह भी दिलचस्प है कि स्पेन और नीदरलैंड एक दूसरे के खिलाफ 10 बार मैच खेल चुके हैं जिसमें स्पेन ने पांच बार जबकि नीदरलैंड ने चार बार जीत दर्ज की है। दोनों टीमों ने बार्सिलोना में वर्ष 1987 में मात्र एक बार 1-1 से ड्रॉ मुकाबला खेला था। साफ है कि दोनों ही चिर प्रतिद्वंद्वी टीमों में किसी को भी कमतर नहीं आंका जा सकता है और इन दोनों ही टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।
हालांकि नीदरलैंडके लिए इस बार थोड़ी मुश्किलें इस बात से हो सकती है कि स्पेन ने दक्षिण अफ्रीका में मिली विश्व कप विजेता टीम के 16 खिलाड़ियों को 20वें फीफा विश्व कप में भी बरकरार रखा है। यह पहली बार है जब किसी वर्ल्ड चैंपियन टीम ने पिछली विश्व विजेता टीम के इतने अधिक खिलाड़ियों को बरकरार रखा है।
वर्ष 2008 और 2012 की यूरोपीय चैंपियन स्पेन से उसके समर्थक नीदरलैंड की तुलना में इस बार ज्यादा बेहतर डिफेंस की उम्मीद है। टीम में शामिल जावी, आंद्रियस इनिएस्ता और डेविड सिल्वा का सीधा मुकाबला इस बार नीदरलैंड के आर्जेन रोन और राबिन वेन पेर्सी के साथ माना जा रहा है। मुकाबले में दोनों ही टीमों को जी-जान से खेलना होगा।