नई दिल्ली। अपने पुराने कोच जुलेन लोपेतेगुई को बर्खास्त करने के बाद स्पेन ने 14 जून से रूस में हो रहे फीफा वर्ल्ड कप 2018 के लिए नए कोच की घोषणा भी कर दी है। इस वर्ल्ड कप में अब स्पेन की कमान फर्नांडो हिएरो के हाथों में होगी। स्पेन के ही पूर्व दिग्गज खिलाड़ी फर्नांडो हिएरो को अभी केवल वर्ल्ड कप के लिए टीम का कोच बनाया गया है।
बता दें कि स्पेनिश फुटबॉल फेडरेशन के प्रेसीडेंट लुइस रूबियल्स ने उस समय सभी को चौंका दिया था जब उन्होंने अपने दो साल पुराने कोच जुलेन लोपेतेगुई को बर्खास्त कर दिया। फीफा वर्ल्ड 2018 के शुरू होने में एक दिन का समय बचा है लेकिन उससे पहले स्पेन लोपेतेगुई को बाहर का रास्ता दिखा दिया। दरअसल मंगलवार दोपहर को 51 वर्षीय लोपेतेगुई को आश्चर्यजनक रूप से रियल मैड्रिड का नया मैनेजर नियुक्त किया गया था।
OFFICIAL | Fernando Hierro to assume role as Spain Head Coach for the 2018 Russia World Cup https://t.co/r2vHeLAKxS pic.twitter.com/2TZjVfFypQ
— Selección Española de Fútbol (@SeFutbol) June 13, 2018
जिसके बाद स्पेनिश फुटबॉल फेडरेशन के प्रेसीडेंट लुइस रूबियल्स को लोपेटेगुई को बाहर का रास्ता दिखाना पड़ा। गौरतलब है कि जिनेदिन जिदान के मैड्रिड छोड़ने के बाद से काफी सारे कयास लगाए जा रहे थे कि मैड्रिड का नया कोच कौन बनेगा। हालांकि अब स्पेन के कोच ने उनकी जगह ले तो जरूर ली है लेकिन उन्हें स्पेन की फुटबॉल टीम से हाथ धोना पड़ा है।
खबरों के मुताबिक लोपेटेगुई ने मैड्रिड के साथ तीन साल का करार किया है और वर्ल्ड कप के बाद वे रियल मैड्रिड को ज्वाइन कर सकते हैं। लोपेटेगुई के मैड्रिड ज्वाइन करने की खबरों के बाद स्पेनिश फुटबॉल फेडरेशन के प्रेसीडेंट लुइस रूबियल्स काफी गुस्से में थे। जिसके बाद उन्होंने ये बड़ा कदम उठाया है। लोपेटेगुई दो साल से स्पेन से जुड़े हैं और उनका कॉनट्रैक्ट 2020 की यूरोपियन चैंपियनशिप तक बताया जा रहा है। पूर्व खिलाड़ी फर्नांडो हिएरो को लोपेतेगुई को उत्तराधिकारी माना जा रहा है। लोपेतेगुई ने 2016 में स्पेन की टीम को ज्वाइन किया था।
हालांकि लोपेतेगुई के जाने से टीम के प्रदर्शन पर फर्क पड़ सकता है। दरअसल स्पेन की टीम 2014 में ब्राजील में हुए फीफा विश्वकप के प्रदर्शन से बाहर देखना चाहेगी जहां उसे करारी हार का सामना ग्रुप की टीम नीदरलैंड और चिले से करना पड़ा था। वहीं यह टीम 2016 के यूरो मुकाबले से भी जल्दी बाहर हो गई थी। हालांकि इस टीम ने फीफा मुकाबले से पहले अपना प्रदर्शन वापस पा लिया था।
2010 की चैंपियन टीम स्पेन की अगर इस फीफा की तैयारियों पर नजर डालें तो इस टीम ने क्वालीफाई मैच में ग्रुप जी के साथ रहते हुए अपने 10 मैच में 9 मैच जीते और एक मैच ड्रा रहा है। लोपेटेगुई की इस टीम ने 36 गोल के साथ क्वालीफाई किया है। वहीं इस टीम के मैत्री मुकाबलों पर नजर डालें तो वो भी बेहद शानदार रहा है, जहां इस टीम ने बेल्जियम,फ्रांस, और ट्यूनिशिया को हराया था।
आपको बता दें कि फीफा वर्ल्ड कप शुरू होने में बेहद कम समय बचा है। सभी टीमों की तैयारियां लगभग अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुकी हैं। 14 जून से शुरू होने वाले इस महामुकाबले का फाइनल 15 जुलाई को रूस की राजधानी मॉस्को में खेला जाएगा। इस विश्वकप महामुकाबले में 32 टीमें हिस्सा लेंगी और उनके बीच 64 मुकाबले खेले जाएंगे।