मॉस्को। डिफेंडिंग चैंपियन जर्मनी के लिए वर्ल्ड कप की शुरुआत बेहद खराब रही है। पहले मैच में उसे मैक्सिको जैसी टीम के हाथों करारी हार झेलनी पड़ी थी। अब शनिवार को उसका मुकाबला स्वीडन की टीम से होगा। हालांकि स्वीडन के खिलाफ जर्मनी का पलड़ा भारी लगता है लेकिन उसके पहले मैच में मैक्सिको से मिली हार के बाद कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। यहां जर्मनी का सामना जान्ने एंडरसन की मजबूत टीम से है जिसके पास यूरोप के सबसे प्रतिभाशाली स्ट्राइकरों में से एक एमिल फोर्सबर्ग है। वह महान खिलाड़ी है बुंडेस्लिगा और आर बी लेइपजिग के साथ दो सत्र में शानदार प्रदर्शन के बाद फोर्सबर्ग रूस आया है। जर्मन टीम में उसके क्लब के साथी खिलाड़ी टिमो वेरनेर भी हैं।
प्लेआफ में इटली को हराकर क्वालीफाई करने वाली स्वीडिश टीम ने पहले मैच में दक्षिण कोरिया को 1-0 से हराया था। मैक्सिको अगर शनिवार को कोरिया को हरा देता है तो स्वीडन और जर्मनी का मैच ड्रा रहने पर ग्रुप एफ से जर्मनी बाहर हो जाएगा। जर्मनी की अगर बात करें तो जर्मनी की टीम पिछले फीफा विश्वकप 2014 में चैंपियन थी। इसके अलावा फीफा पर जर्मनी ने 4 बार कब्जा किया है (1954, 1974, 1990, 2014) और अपना लोहा मनवाया है।
जर्मनी के पास थॉमस मुलर, जोसुआ किमिच, टोनी क्रुज, मेसट ओजिल, टेर स्टेगन, मैट्स हमल्स, जोरोम बोटेंग, मैनुअल नॉयर, लेरॉय सैने जैसे खिलाड़ी हैं। वहीं इस टीम के कोच पद की जिम्मेदारी जोकिम लोउ संभाल रहे हैं। हालांकि पहले मैच में मैक्सिको से मिली हार के बाद से कई सारे सवाल खड़े हो रहे हैं। डिफेंडिंग चैंपियन जर्मनी की अगर बात करें तो इस टीम में कई ऐसे खिलाड़ी है जो 2014 फीफा का हिस्सा रहे हैं। इनमें मुलर और टोनी क्रुज जैसे कुछ शानदार खिलाड़ी भी शामिल हैं। गौरतलब हो की मुलर इस टीम के बैक बोन हैं जो मैदान में हमेशा एक नई उर्जा के साथ उतरते हैं। वहीं ओजिल की अगर बात करें तो वो इस प्रतियोगिता के शानदार खिलाड़ियों में से एक हैं।
वहीं स्वीडन ने यूरोपीय क्वालिफायर समूह ए में 2006 की वर्ल्ड चैंपियन इटली को 1-0 से हराकर दूसरा स्थान हासिल करते हुए रूस का टिकट कटाया था। इस ग्रुप में फ्रांस और 2010 की रनर-अप नीदरलैंड जैसी टीमें भी शामिल थीं। स्वीडन ग्रुप में दूसरे नंबर पर रही थी। स्वीडन 2006 के बाद पहली बार फीफा वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई कर पाया है।
जर्मनी vs स्वीडन - 11:30PM - सोची