नई दिल्ली। आज यानी गुरुवार से रूस में फीफा वर्ल्ड कप 2018 का आगाज हो रहा है। 14 जून से लेकर 15 जुलाई तक चलने वाले इस विश्वकप मुकाबले में 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं। और उनके बीच 64 मुकाबले खेले जाएंगे। इस विश्वकप का आयोजन इस बार रूस कर रहा है, जिसके 11 शहरों में फुटबॉल का मैच खेला जाएगा और फाइनल मुकाबला राजधानी मॉस्को के लुजनिकी स्टेडियम में खेला जाएगा। इस विश्वकप में 32 टीमों को 4-4 के आठ अलग-अलग ग्रुप में बांटा गया। हर ग्रुप से चोटी की दो टीमें सीधे नॉकआउट स्टेज में जाएंगी। फीफा वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले 11 और 12 जुलाई को खेले जाएंगे। वहीं खिताबी जंग 15 जुलाई को होगी।
अब जब फीफा का खुमार लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है तो आप ऐसे में ये जरूर सोचते होंगे कि भारत की टीम इसमें क्यों नहीं खेल रही है? और अन्य टीमें जो भी खेल रही हैं वो कैसे क्वालीफाई कर पाईं? तो आज हम आपको सारी जानकारी दे रहे हैं।
1. प्रक्रिया कैसे शुरू होती है?
फुटबॉल की सबसे बड़ी संस्था फीफा है। फीफा का मतलब फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा) होता है। इसके अंतर्गत छह संबद्ध महाद्वीपीय संघ हैं: एशिया (AFC); अफ्रीका (CAF); उत्तरी, मध्य अमेरिका और कैरीबियन (Concacaf); ओशिनिया (OFC); दक्षिण अमेरिका (Conmebol); और यूरोप (UEFA) शामिल हैं।
इन सभी फुटबॉल संघों से 211 देश संबंधित हैं। मेजबान देश के अलावा, अन्य सभी टीमों को विश्व कप के लिए क्वालीफाई करना होता है। अधिकांश संघों के लिए, क्वालीफिकेशन प्रक्रिया में एक चरणवार संरचना होती है। विश्व कप के शुरू होने से लगभग तीन साल पहले सबसे कम फीफा रैंकिंग वाली टीमें सबसे पहले क्वालीफायर में हिस्सा लेती हैं।
2. बड़ी टीमें अपना अभियान कब शुरू करती हैं?
यह प्रत्येक फुटबॉल संघ के क्वालीफिकेशन स्ट्रक्चर पर निर्भर करता है कि कौन सी टीम कैसे क्वालीफाई करेगी। उदाहरण के लिए दक्षिण अमेरिकी संघ में टायर संरचना नहीं है। तो, अर्जेंटीना और ब्राजील सहित 10 Conmebol सदस्य देश, एक दूसरे के खिलाफ एक मैच घर में और एक बाहर खेलते हैं। क्वालीफाइंग दौर के अंत में प्वाइंट टेबल में जो टीमें टॉप 4 में रहती हैं उन्हें सीधे फीफा का टिकट मिल जाता है। 47 टीमों वाले एशियाई फुटबॉल परिसंघ के पास यह सुनिश्चित करने के लिए एक तीन-स्तरीय प्रणाली है कि बड़ी टीमों के खिलाफ कमजोर टीमों को सीधे टक्कर नहीं लेनी पड़ेगी।
3. कितने टीमें क्वालीफाई करती हैं?
14 जून से लेकर 15 जुलाई तक चलने वाले फीफा वर्ल्ड कप 2018 में 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं। यूरोप से 14 टीमें हैं, एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका से प्रत्येक पांच टीम हैं। तीन टीमें Concacaf का प्रतिनिधित्व करेंगी।
4. टीमों को ग्रुप में कैसे रखा जाता है?
टीमों को आठ पोट में बांटा गया। प्रत्येक पोट में 4-4 टीमें शामिल होती हैं। शीर्ष रैंक वाली टीमों को पहले पोट में रखा जाता है और उसी तरह कम रैंकिंग वाली टीमों को अगले पोट में रखा जाता है। इसके बाद टीमों को रैंडली एक दूसरे ग्रुप में रखा जाता है। प्रत्येक ग्रुप को आदर्श रूप से प्रत्येक पोट से एक टीम मिलनी चाहिए। हालांकि भौगोलिक क्लैश से बचा जाता है (उदाहरण के लिए, दो एशियाई टीम एक ही समूह में नहीं हो सकती हैं)। लेकिन यूरोप के लिए यह संभव नहीं है, इसलिए प्रत्येक समूह में अधिकतम दो यूरोपीय टीम हो सकती हैं।
5. भारतीय टीम के साथ क्या हुआ?
जब जनवरी 2015 में फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफायर प्रक्रिया शुरू हुई तब भारत सबसे कम रैंकिंग वाली टीमों में से एक थी। जिसके बाद भारतीय टीम ने एशियाई संघ के पहले दौर में अपना अभियान शुरू किया। उन्होंने पहले चरण में नेपाल को 2-0 से हराया। हालांकि, ईरान, ओमान, तुर्कमेनिस्तान और गुआम समेत अपने पांच टीम के दूसरे दौर के ग्रुप में, भारत ने अपने आठ मैचों में से सात मैच गंवाए और बॉटम में रहते हुए फीफा के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाया।