मास्को। टूर्नामेंट की शानदार शुरूआत के बाद अंतिम ग्रुप मैच में शिकस्त झेलने वाली रूस की टीम 2010 के चैंपियन स्पेन के खिलाफ रविवार को प्री क्वार्टर फाइनल में बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी। सऊदी अरब और मिस्र के खिलाफ जीत के बाद रूस की टीम को अपने अंतिम ग्रुप मैच में उरुग्वे के खिलाफ 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था। रूस और स्पेन साल 2017 में एक फ्रेंडली मैच में आमने सामने आई थी। उस वक्त मैच 3-3 से ड्रॉ रहा था।
टूर्नामेंट की शुरूआत से पहले रूस से अधिक उम्मीद नहीं की जा रही थी लेकिन घरेलू सर्मथकों की हौसलाअफजाई से टीम अंतिम 16 में जगह बनाने में सफल रही जिसे स्ट्राइकर आर्तेम जुबा ने एक छोटा सा चमत्कार करार दिया। कमजोर टीम के रूप में शुरूआत करने वाली रूस की टीम सोवियत युग खत्म होने के बाद पहली बार विश्व कप नाकआउट में जगह बनाने में सफल रही।
रूस की टीम विश्व कप फाइनल्स से पहले आठ महीने तक कोई जीत दर्ज नहीं कर पाई थी लेकिन टूर्नामेंट की शुरुआत में लय हासिल करने में सफल रही। टीम पिछले साल नवंबर में स्पेन के खिलाफ 3-3 से ड्रॉ खेलने के बाद जीत के लिए तरस रही थी।
वर्ल्ड कप में लगातार दो धमाकेदार जीत हासिल करने के बाद उरुग्वे के खिलाफ पिछले मुकाबले में स्टानिस्लाव चेरीशेव की टीम की 0-3 से हार ने मेजबान टीम को फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है। मिडफील्डर एलन जागोएव पैर की मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या से उबरने के बाद रूस की टीम से जुड़ गए हैं लेकिन उरुग्वे के खिलाफ मिले रेड कार्ड की वजह से इगोर स्मोलनिकोव स्पेन के खिलाफ नहीं खेल पाएंगे।
वहीं दूसरी तरफ स्पेन की टीम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रही है और टीम के पहले मैच से पूर्व ही कोच युलेन लोपेतेगुई को बर्खास्त कर दिया गया। टीम ग्रप बी में मोरक्को के खिलाफ अंतिम मैच में इयागो अस्पास के गोल की बदौलत 2-2 से ड्रॉ के साथ पुर्तगाल को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल करने में सफल रही लेकिन टीम का डिफेंस उसके लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।
सर्जियो रामोस और गेरार्ड पिक की सेंटर बैक जोड़ी के बावजूद टीम के खिलाफ तीन लीग मैच में पांच गोल हुए जिस दौरान गोलकीपर डेविड डि गिया भी अपने शीर्ष खेल की झलक नहीं दिखा पाए। आंकड़े कहते हैं कि हाल के समय में किसी ऐसी टीम ने ट्रॉफी नहीं जीती है जिसने जिसने चार से अधिक गोल खाए हों और इस बात से राइट बैक डानी कार्वाजल भी सहमत हैं। ग्र्रुप स्टेज पर स्पेन ने कुल छह गोल किए जिसमें से तीन गोल अकेले ब्राजीली मूल के स्पेनिश स्ट्राइकर डिएगो कोस्टा ने किए हैं।