मॉस्को। फीफा वर्ल्ड कप 2018 के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को हराकर पहली बार फाइनल में पहुंचने वाले क्रोएशिया की टीम के खिलाड़ियों की कहानी बेहद ही दिलचस्प है। 40 लाख की आबादी वाले क्रोएशिया ने इंग्लैंड के खिलाफ पहला गोल खाने के बाद शानदार वापसी करते हुए 2-1 से मुकाबला अपने नाम किया। क्रोएशिया की टीम को एक ऐसा शख्स लीड कर रहा है जिसको लेकर खुद टीम के कोच ने कहा था कि ये कुछ नहीं कर पाएगा।
हम बात कर रहे हैं दुनिया के सर्वश्रेष्ठ मिडफील्डर्स में शुमार क्रोएशिया के कप्तान लुका मोड्रिच की। यूरोप के देश क्रोएशिया की आबादी करीब 40 लाख है। यानी दिल्ली का करीब पांचवां हिस्सा है। लेकिन इस टीम ने बुधवार को इतिहास रच दिया।
क्रोएशियाई टीम के फाइनल तक के इस सफर में उनके कप्तान और मिडफील्डर लूका मोड्रिच की अहम भूमिका रही। 32 वर्षीय इस खिलाड़ी ने यहां तक पहुंचने के लिए कई चुनौतियों का सामना किया है। यूगोस्लोवाकिया के टूटने के बाद क्रोएशिया 1991 में दुनिया के नक्शे पर आया था।
इस दौरान काफी हिंसा हुई। कई लोगों ने अपनी जानें गंवाईं। लाखों घर जले। लोग बेघर हुए। गैर-सर्बियाई लोगों को इसका काफी नुकसान झेलना पड़ा। लूका मोड्रिच के दादा लूका मोड्रिच सीनियर भी इनमें से एक थे।
जब क्रोएशिया यूगोस्लोवाकिया का ही हिस्सा था तब 9 सितंबर 1985 को लुका मोड्रिच का जन्म हुआ। मोड्रिच सिर्फ छह साल के थे तब उनके दादा को आतंकवादियों ने गोली मार दी। जिसके बाद उन्हें युद्ध-प्रभावित इलाके में रिफ्यूजी का जीवन बिताना पड़ा। 8 दिसंबर 1991 को आक्रामक सर्बियाई लड़ाकों ने एक छोटे से गांव मोड्रिची पर हमला कर दिया।
उन्होंने वहां रहने वाले क्रोएशियाई परिवारों को अपना शिकार बनाया। दादा को गोली मारे जाने से पहले लुका उन्हीं के पास रहते थे। लुका मोड्रिच के मां-बाप फैक्ट्री में काम करते थे। लेकिन एक दिन सर्बियाई विद्रोहियों ने उनके घर को आग लगा दी और उनके दादा को गोली मार दी।
मोड्रिच ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें बिना बिजली और पानी के रहना पड़ा। गोलियों और ग्रेनेड की आवाजें रोजमर्रा की बात हो चुकी थी। इसके अलावा आसपास बिछीं लैंडमाइंस का खतरा तो था ही।
When he was 6, his grandfather was shot dead.
— Muhammad Lila (@MuhammadLila) July 11, 2018
His family became refugees, in a warzone.
He grew up to the sound of grenades exploding.
Coaches said he was too weak and too shy to play football.
Today, Luka Modric just led Croatia its first ever #WorldCup final.#CROENG pic.twitter.com/plOsy9nQcq
यहां से मोड्रिच ने खुद को फुटबॉल की तरफ आगे बढ़ाया। वह क्रोएशियाई टीम के इतिहास के सबसे शानदार प्लेयर्स में से एक हैं। उन्होंने चार साल इंग्लैंड में क्लब फुटबॉल खेला और आखिर में 2012 में वह स्पैनिश क्लब रियाल मैड्रिड से जुड़े। जब मोड्रिच ने रियाल मैड्रिड ज्वाइन किया तो लोगों ने उसे क्लब के इतिहास की सबसे घटिया साइनिंग कहा। लेकिन इसी मोड्रिच ने वो कमाल किया है जो आज तक रोनाल्डो जैसा खिलाड़ी नहीं कर पाया है।