नई दिल्ली। लगातार दो सीजन से गायब रहने के बाद स्टार खिलाड़ी ज्लाटन इब्राहिमोविच के बगैर सोमवार को फीफा वर्ल्ड कप में स्वीडन अपने अभियान का आगाज दक्षिण कोरिया के खिलाफ करेगा। मुकाबला निजनी नोवगोरोड स्टेडियम में खेला जाएगा। दक्षिण कोरिया भी इस मैच में अपने कप्तान की सुंग युइंग और सोन हीयुंग मिन के दम पर ही स्वीडन को टक्कर देने उतरेगी। ऐसे में दोनों टीमों में से विजेता टीम का आंकलन कर पाना मुश्किल है।
साल 2014 विश्व कप में उतरी दक्षिण कोरिया की टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और इस कारण वह ग्रुप स्तर से आगे नहीं बढ़ पाई। हालांकि, 2002 में उसने सेमीफाइनल तक का रास्ता तय किया था। एशियाई देशों में दक्षिण कोरिया एकमात्र ऐसी टीम है, जिसने विश्व कप में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया है। ऐसे में उसके प्रदर्शन पर शक नहीं किया जा सकता। वहीं दूसरी तरफ पिछले तीन मुकाबलों में स्वीडन की टीम कोई गोल नहीं कर पाई और अब उसके स्ट्राइकरों के पास गोल दागने का अच्छा मौका है।
दक्षिण कोरिया की टीम को अपने मुख्य फॉरवर्ड सन से एक बार फिर से बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी जिन्होंने पिछले सत्र में टॉटनहम क्लब के लिए 18 गोल दागे थे। अपने मिडफील्डर और कप्तान यूइंग के दम पर वह स्वीडन को करारी टक्कर देने की कोशिश करेगी। इसके अलावा, फारवर्ड मिन पर भी टीम का प्रदर्शन बेहद निर्भर करता है। स्वीडन के पास भले ही उसका स्टार खिलाड़ी इब्राहिमोविक न हो, लेकिन उसकी सबसे बड़ी मजबूती उसकी एकता है। स्वीडन और दक्षिण कोरिया 4-4-2 की शैली में खेल सकती है।
आपको बता दें कि 2006 के बाद स्वीडन की टीम विश्व कप में उतर रही है। वह 12वीं बार विश्व कप में खेलेगी। स्वीडन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1958 विश्व कप में रहा था जहां वह उपविजेता रही थी। वहीं 1986 के बाद दक्षिण कोरिया ने सभी विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया है जिसमें वह लगातार नौवीं बार इस टूर्नामेंट में खेलती दिखाई देगी।
स्वीडन vs दक्षिण - 05.30PM - निजनी नावोगरट