नई दिल्ली। फीफा विश्वकप के तीसरे दिन का पहला मुकाबला ग्रुप-सी की टीम ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस के बीच कजान एरिना स्टेडियम में खेला गया। इस मुकाबले के पहले माना जा रहा था कि फ्रांस की टीम ऑस्ट्रेलिया की टीम पर भारी पड़ेगी क्योंकि अगर फ्रांस के रिकॉर्ड की बात करें तो यह टीम फीफा रैंकिंग में 20वें पायदान से जो टीमें ऊपर हैं उनके खिलाफ शानदार प्रदर्शन के लिए जानी जाती है। इस मुकाबले में फ्रांस की टीम ने एम्बाप्पे को शामिल किया जो फ्रांस की टीम की तरफ से विश्वकप खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने किक ऑफ कर इस मैच की शुरुआत की वहीं डेढ़ मिनट के खेल में ही फ्रांस की टीम ने अटैकिंग खेल दिखाना शुरू कर दिया। हालांकि गोलकीपर रियान ने उनकी कोशिश को असफल कर दिया।
17', Phew, big save from Hugo #Lloris! 💪#FiersdetreBleus #FRAAUS pic.twitter.com/CVbgCnpNKo
— French Team (@FrenchTeam) June 16, 2018
फ्रांस की टीम पहले हाफ तक खासे अटैकिंग मोड में नजर आई लेकिन ऑस्ट्रेलिया गोलकीपर रियान ने बेहतरीन तरीके से अपनी टीम को बचाया। वहीं इ मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू लेकी को येलो कार्ड दिखाया गया। वहीं पहले मौके पर ऑस्ट्रेलिया की टीम ने एक गोल की संभावना बनाई लेकिन फ्रांस के गोलकीपर लॉरिस ने उसे बचा लिया। वहीं अगर पहले हाफ की बात करें तो यह मुकाबला गोलरहित रहा । हालांकि ऑस्ट्रेलिया की तरफ से बेहतरीन डिफेंस देखने को मिला। वहीं फ्रांस कई मौको को भुनाले में असफल रही।
Following a VAR Review, @AntoGriezmann scores the subsequent penalty!
— FIFA World Cup 🏆 (@FIFAWorldCup) June 16, 2018
France lead in Kazan 🇫🇷#FRAAUS 1-0 pic.twitter.com/rJVz1hfdjd
दूसरे हाफ में फ्रांस ने बनाई बढ़तः दूसरे हाफ के दौरान 55वें मिनट में पोग्बा ने ग्रीजमैन को पास किया। वो गोल की तरफ जा रहे थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के रिडसन ने इसमें दखलअंदाजी की। रैफरी ने वीएआर लिया और यहां फ्रांस को फायदा। पेनल्टी स्ट्रोक में ग्रीजमैन ने सीधा गोल कर टीम का खाता खोला। वहीं थोड़ी देर बाद ही ऑस्ट्रेलिया को फ्री किक का मौका मिला और जेडिनाक ने उसका फायदा उठाते हुए गोल दागा और 1-1 से मैच की बराबरी की। पोग्बा ने 81वें मिनट में गेंद को अपने कब्जे में लिया और बॉक्स की ओर हिट किया। गेंद क्रॉसबार को टच करते हुए लाइन के पीछे गिरी और इसी के साथ फ्रांस ने 2-1 से बढ़त हासिल की। इस मुकाबले में 5 मिनट का अतिरिक्त समय इंजरी टाइम का जोड़ा गया। हालांकि इसका फायदा ऑस्ट्रेलिया की टीम नहीं उठा सकी और फ्रांस ने यह मुकाबला जीत लिया।