पीके दा से सिर्फ सकरात्मक विचार ही सामने आते थे: सचिन तेंदुलकर
भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान के निधन पर क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने सोशल मीडिया पर ट्वीट के जरिये अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
तेंदुलकर ने ट्वीट किया, 'भारत के महान फुटबाल खिलाड़ी पीके बनर्जी के निधन पर उनको श्रद्धांजलि। उनसे मुलाकात की और उन्होंने जो सकारात्मकता मुझे दी उसकी मेरे पास शानदार यादें हैं।'
सुनील छेत्री ने बताया खुद का मार्गदर्शक
भारतीय फुटबाल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने भी पीके बनर्जी के निधन को दुखद बताया और कहा कि वह उनके मार्गदशक थे।
वहीं छेत्री ने लिखा, 'मैं बनर्जी के निधन पर उनके परिवार साथ ही साथ भारतीय फुटबाल को अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। वह हर तरीके से मार्गदर्शक थे और उनकी उपलब्धियां हमेशा भारतीय फुटबाल के इतिहास में रहेंगी।'
उनकी कोचिंग में खेला अपना सर्वश्रेष्ठ मैच: बाइ चुंग भूटिया
वहीं भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने भी उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा कि अपने जीवन के सर्वश्रेष्ठ मैचों में से एक उन्होंने पीके बनर्जी की कोचिंग के दौरान ही खेला। दरअसल भूटिया 1997 में हुए फेडरेशन कप के सेमीफाइनल मैच की बात कर रहे थे जिसमें कोच बनर्जी के मार्गदर्शन में ईस्ट बंगाल ने मोहन बागान को 4-1 से हराया था। इस मैच में करीब 1,31,000 दर्शकों के सामने खेले बाइचुंग भूटिया ने गोलों की हैट्रिक लगाई थी।
भूटिया ने उन्हें याद करते हुए कहा, 'वह बेहद शानदार इंसान थे। काफी खुश शख्सियत और मेरे लिए मेरे पिता समान। मैं भाग्यशाली हूं कि मैंने अपने सर्वश्रेष्ठ मैचों में से एक उनके मागदर्शन में खेला। उनका जाना भारतीय फुटबाल के लिए बड़ा नुकसान है। वह भारत के महानतम खिलाड़ी और प्रशिक्षकों में हैं।'
अपने कामों की वजह से हमेशा याद रहेंगे पीके बनर्जी: AIFF
अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने शुक्रवार को भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान, कोच और तकनीकी निदेशक प्रदीप कुमार (पीके) बनर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया।
एआईएफएफ प्रमुख प्रफुल्ल पटेल ने कहा,'प्रदीप दा हमेशा अपने कार्यो के कारण अमर रहेंगे। वह भारतीय फुटबाल के महानतम सपूतों में से एक थे। भारतीय फुटबाल में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। वह भारतीय फुटबाल के स्वर्णिम काल के प्रतीक थे। मैं अखिल भारतीय फुटबाल परिवार की ओर से प्रदीप दा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।'
ऐसा शानदार रहा था पीके बनर्जी का करियर
अपने करियर में पीके बनर्जी ने कुल 45 फीफा एक क्लास मैच खेले और 14 गोल किए। वैसे उनका करियर 85 मैचों का था, जिनमें उन्होंने कुल 65 गोल किए। तीन एशियाई खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पीके बनर्जी ने दो बार ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया। फुटबाल के लिए उनकी सेवाओं के लिए फीफा ने 2004 में अपने सर्वोच्च सम्मान-फीफा ऑर्डर ऑफ मेरिट से सम्मानित किया।