चेन्नई ने ड्रा भी खेला तो भी मिलेगा टिकेट
मुम्बई सिटी 17 मैचों में 26 अंकों के साथ चौथे नंबर पर है जबकि चेन्नइयन की टीम 16 मैचों में 25 अंकों के साथ पांचवें नंबर पर है। मुम्बई के मुकाबले चेन्नइयन के पास प्लेऑफ में पहुंचने का ज्यादा मौका है। चेन्नइयन अगर ड्रॉ भी खेलती है तो उसके पास अगले और अपने अंतिम ग्रुप मैच में प्लेऑफ में पहुंचने का मौका होगा। जहां एक तरफ इस मैच में मिलने वाली जीत चेन्नइयन को प्लेऑफ में पहुंचा देगी तो वहीं दूसरी तरफ ड्रॉ खेलने के बाद उसके पास अपने अगले मैच में भी प्लेऑफ में पहुंचने का मौका होगा, जोकि उसे अगले सप्ताह नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी के खिलाफ खेलना है। वहीं, अगर चेन्नइयन इस मैच में हारती है तो वह प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो जाएगी। इस मैच में ओडिशा एफसी भी अपनी नजरें जमाए होंगी, जोकि छठे नंबर पर काबिज है।
मुंबई के कोच को जीत की उम्मीद
मुम्बई के लिए अच्छी बात यह है कि वह अपने घर में खेल रही है, जहां उसने पिछले तीन मैच जीते हैं। जॉर्ज कोस्टा के मार्गदर्शन वाली टीम चाहेगी कि वह घर में लगातार चौथी जीत दर्ज करके प्लेऑफ का टिकट कटाएं। कोस्टा ने कहा, ‘‘अच्छी बात यह है कि कल का मैच हमारे ऊपर निर्भर है। अगर हम जीतते हैं तो फिर हम टॉप-4 में पहुंच जाएंगे। एक मैच को जीतने के लिए हमारे पास 90-95 मिनट का समय है और मुझे विश्वास है कि हम ऐसा करेंगे। टॉप-4 में खुद को पहुंचाने के लिए हम अपना सर्वश्रेष्ठ करने जा रहे हैं।''
चेन्नइयन भी नहीं कम
दूसरी तरफ, चेन्नइयन के पास नेरिजुस व्लास्किस और राफेल क्रिवेल्लारो के रूप में दो ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन पर टीम काफी हद तक निर्भर है। दोनों खिलाड़ी अब तक क्रमश : 13 और सात गोल कर चुके हैं। दो बार की चैंपियन ने अपने पिछले मैच में एटीके को 3-1 से हराया और टीम पिछले छह मैचो से अजेय चल रही है। चेन्नइयन के कोच आवेन कॉयले ने कहा, ‘‘हमारे पास कई सारे खिलाड़ी हैं। व्लास्किस और क्रिवेल्लारो के अलावा हमारे पास कई अच्छे खिलाड़ी हैं। लेकिन हमारी ताकत टीम का एकजुट होकर प्रदर्शन करना है। यह हमें देखने को मिलेगा। जब मैं यहां क्लब में आया था तो सभी ने कहा कि हमारे पास कोई मौका नहीं है। हम 10 मैच जीतने के लिए दबाव में थे।''