नई दिल्ली। हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में कुछ रोचक चिर प्रतिद्वंद्वी हैं। साउर्थन डर्बी ने कई हैरान करने वाले मैच दिए हैं। बेंगलुरू एफसी और केरला ब्लास्टर्स भी अच्छे खासे चिर प्रतिद्वंद्वी हैं और महाराष्ट्र डर्बी समय के साथ और रोचक होती जा रही है। लेकिन कोई भी गोवा और एटीके की प्रतिद्वंद्विता का मुकाबला नहीं कर सकता।
गोवा और बंगाल भारतीय फुटबाल में ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्वी रहे हैं और जब 2014 में आईएसएल की शुरुआत हुई थी तब से इस प्रतिद्वंद्विता को नई परिभाषा मिल गई है। जब एटीके के कोच एंटोनियो लोपेज हाबास ने एफसी गोवा के मार्की खिलाड़ी रोर्बट पिएरेस को फातोर्दा के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में धक्का दिया था तब से इस प्रतिद्वंद्विता ने नया रूप ले लिया है। तब से एटीके और गोवा मुश्किल से एक दिशा में रहती हैं। अब इन दोनों के बीच की दुश्मनी और भी खतरनाक हो गई है।
गोवा के पूर्व खिलाड़ी मैनुएल लैंजारोते ने गोवा के कोच सर्जियो लोबेरा का दामन छोड़ इसी सीजन एटीके के रुख किया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बुधवार को सॉल्ट लेक स्टेडियम में होने वाले मैच में दोनों किस तरह की प्रतिक्रिया देते हैं।
पिछले सीजन लैंजारोते, लोबेरा की एफसी गोवा का अहम हिस्सा थे। उन्होंने पिछले सीजन 19 मैचों में 13 गोल और छह एसिस्ट किए थे। गोवा ने पिछले सीजन में प्लेआॅफ में जगह बनाई थी। 34 साल के लैंजारोते ने इस साल गोवा से करार खत्म कर एटीके का दामन थामा है।
एटीके के साथ हालांकि लैंजारोते उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं जबकि फेरान कोरोमिनास, जिनकी लैंजारोते के साथ अच्छी कैमिस्ट्री थी, वह एफसी गोवा के लिए इस सीजन में आठ गोल के अलावा चार एसिस्ट कर चुके हैं।
लोबेरा ने कहा, ''हम काफी भाग्यशाली हैं कि हम कोरो को टीम में बनाए रख सके। उन्हें अन्य क्लबों से काफी प्रस्ताव मिले थे। वह महान खिलाड़ी हैं और मैदान पर काफी कुछ ऐसा करते हैं जिससे हमें मदद मिलती है। इसके अलावा वह मैदान पर भी खिलाड़ियों को काफी प्रोत्साहित करते हैं।''
एफसी गोवा ने पिछले सप्ताह बेंगलुरू एफसी के खिलाफ मैच खेला था, जहां उसका प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा था। गोवा को इस सीजन की दूसरी हार मिली थी। डिफेंस ने अभी तक 14 गोल खाए हैं, जो दिल्ली डायनामोज के बराबर हैं।
गोवा के अहम खिलाड़ी इदू बेदिया अंतिम-11 में उतरने को तैयार हैं। उन्हें चोट लग गई थी लेकिन वह समय से वापसी करने में सफल रहे हैं। वहीं चार बुकिंग के कारण ह्यूगो बोउमोस को बाहर बैठना पड़ेगा।
गोवा ने अभी तक लीग में सबसे ज्यादा 22 गोल किए हैं। उसे एटीके के सामने कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा जिसका डिफेंस जॉन जॉनसन और आंद्रे बिके के हवाले है।
एटीके के कोच स्टीव कोपेल ने कहा, ''जब आप गोवा के खिलाफ खेलते हो तो आपको चौकन्ना रहना होता है, क्योंकि वह मैदान पर कुछ न कुछ नया करते रहते हैं। लेकिन उन्होंने कुछ मैच गंवाएं हैं और उन्हें हराने के लिए हमारे पास ब्लूप्रिंट है। पिछले साल, वह पांच मैच हार गए थे।''
क्यो लैंजारोते सफल रहेंगे या क्या लोबेरा की टीम विजयी रास्ते पर वापस लौटेगी?